जालोर में एक दलित नवविवाहित जोड़े को पुजारी ने मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया था। घटना के बाद राजस्थान पुलिस ने आरोपी पुजारी को गिरफ्तार कर लिया है।
आहोर उपखंड क्षेत्र के नीलकंठ गांव में पुजारी ने दलित नवयुवक जोड़े को मंदिर में नारियल चढ़ाने से रोक दिया। इसको लेकर पुजारी और युवक में बहस भी हुई। दोनों के बीच के विवाद का एक वीडियो भी सामने आया है। पीड़ित युवक ने आरोप लगाया कि पुजारी ने उसे मंदिर में प्रवेश नहीं दिया। साथ आए युवकों ने इसका विरोध किया तो उनके साथ गाली-गलौज की गई। ग्रामीणों ने गांव का नियम बताकर उन्हें शांत करवा दिया।
21 अप्रैल को आहोर के साढ़ण गांव से दूल्हे कुकाराम की बारात नीलकंठ गांव आई थी। गुरुवार को फेरों के बाद शुक्रवार को विदाई होनी थी। ऐसे में परंपरा के अनुसार विदाई से पहले दूल्हा-दुल्हन को मंदिर में धोक लगा और नारियल चढ़ा कर रवाना होना था। दुल्हन के मौसी के लड़के ताराराम मेघवाल ने बताया कि हम लोग मंदिर में नारियल चढ़ा रहे थे, इसी दौरान पुजारी वेला भारती ने उन्हें अंदर जाने से टोक दिया। इसके बाद वे कहने लगे कि मंदिर में नारियल चढ़ाने की जगह बाहर है। इस बात को लेकर विवाद बढ़ गया।
शनिवार को ताराराम एसपी के पास पहुंचा और शिकायत की। इसके बाद भाद्राजून थाने में पुजारी वेला भारती के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।