जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारी गुरुवार से 72 घंटे के लिए हड़ताल शुरू कर दी है। जम्मू संभाग के कर्मचारी बीसी रोड पर एकत्रित हुए हैं और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए हुंकार भरी।
कर्मचारियों का कहना है कि उनका आंदोलन 267वें दिन में प्रवेश कर गया है। लेकिन, उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है। इस कारण हड़ताल शुरू की जा रही है। पदाधिकारी रवि हंस, होशियार सिंह, नवदीप सिंह, राजेंद्र सिंह शर्मा ने कहा कि कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाया जाए। कर्मचारियों को नियमित किया जाए और लंबित मानदेय का भुगतान किया जाए।
प्रदर्शनकारियों में शामिल एक कर्मचारी ने कहा कि वे सरकार की तरफ से की जा रही अनदेखी से आहत हैं। पहले डिवकॉम की ओर से मांगें हल करने का आश्वासन मिला था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। मांगें हल के लिए उच्च अधिकारी भी गंभीर नहीं है।
उन्होंने कहा कि अन्य विभागों में कर्मचारियों को नियमित किया गया, लेकिन अभी तक जलशक्ति विभाग के अस्थायी कर्मचारियों को दरकिनार किया गया है। सरकार की ओर से जो मानदेय मिल रहा है, उससे दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना मुश्किल हो रहा है। मजबूरन हड़ताल करनी पड़ रही है।
हड़ताल के चलते जम्मू शहर सहित अन्य जिलों में पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि करीब 22 हजार अस्थायी कर्मी हड़ताल पर हैं। इससे कामकाज ठप रखेगा। वहीं, 8 हजार के करीब नियमित कर्मचारी के हवाले पानी की आपूर्ति की जिम्मेदारी है। इस पर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। लोगों को परेशानी नहीं होगी। नियमित कर्मचारी की तैनाती अलग-अलग जगहों पर कर दी गई है।