जम्मू एयरफोर्स स्टेशन हमला: DGP दिलबाग सिंह बोले, सीमा पार से रची गई साजिश

जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के टेक्निकल एरिया में 26-27 जून की दरम्यानी रात को 5 मिनट के गैप में दो विस्फोट हुए. पहला धमाका एक इमारत की छत पर 1:37 बजे हुआ जबकि दूसरा 1:42 बजे जमीन पर हुआ. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू में एक बड़ा हादसा होने से टला है. पुलिस मामले की लगातार जांच कर रही है. उन्होंने कहा IED लश्कर-ए-तैयबा (leT) के ऑपरेटिव से बरामद किया था. सूत्रों के मुताबिक धमाकों में इंडियन एयरफोर्स के दो जवानों को मामूली चोटें आई हैं. धमाकों के कुछ ही मिनटों में सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी. दो विस्फोटों के कारणों का पता लगाने के लिए पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर है.

इस बीच जांच के लिए NIA की एक टीम जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पहुंच गई है. वहीं इस मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है. इंडियन एयरफोर्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंडियन एयरफोर्स चीफ एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, जो आधिकारिक दौरे पर बांग्लादेश में हैं, लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. मामले की जांच के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. पश्चिमी वायु कमांडर एयर मार्शल वीआर चौधरी जम्मू एयरफोर्स स्टेशन में हैं.

उधर धमाकों के बाद जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के बाहर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है. जांच जारी है और मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है. आतंकी एंगल से इंकार नहीं किया गया है. एनआईए और एनएसजी की टीमें जल्द ही विस्फोट स्थल का दौरा करेंगी. धमाकों के बारे में इंडियन एयर फोर्स ने ट्वीट कर बताया कि जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के टेक्निकल इलाके में रविवार सुबह दो कम तीव्रता वाले विस्फोटों की सूचना मिली. एक विस्फोट से इमारत की छत को मामूली नुकसान पहुंचा जबकि दूसरा खुले क्षेत्र में फटा. किसी भी उपकरण को कोई नुकसान नहीं हुआ. साथ ही कहा कि सिविल एजेंसियों के साथ जांच जारी है.

धमाकों पर रक्षा मंत्री ने वाइस एयर चीफ से की बात

इंडियन एयरफोर्स का एक उच्च स्तरीय जांच दल जल्द जम्मू पहुंचेगा. उधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर आज की घटना के संबंध में वाइस एयर चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा से बात की. एयर मार्शल विक्रम सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए आज जम्मू पहुंच रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियां ​​इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या धमाकों को अंजाम देने के लिए एयरफोर्स स्टेशन के हाई सिक्योरिटी एरिया के अंदर आईईडी पेलोड को गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था.

एयरफोर्स स्टेशन से बॉर्डर 14 किलोमीटर दूर है. पिछले मौकों पर ड्रोन का उपयोग करके भारतीय क्षेत्र के अंदर 12 किलोमीटर तक हथियार गिराए गए हैं. वहीं एक अलग घटना में जम्मू पुलिस ने रविवार को दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया. हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि ये गिरफ्तारियां धमाके मामले से जुड़ी हैं या नहीं.

टला बड़ा आतंकी हमला – DGP दिलबाग सिंह 

जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने जम्मू हमले को लेकर कहा कि इस रिकवरी से बड़ा आतंकी हमला टल गया है. इस नाकाम आईईडी विस्फोट के प्रयास में अभी और भी संदिग्धों के पकड़े जाने की संभावना है. पुलिस अन्य एजेंसियों के साथ जम्मू हवाई क्षेत्र में हुए विस्फोटों पर भी काम कर रही है. एफआईआर (FIR) दर्ज मामले की जांच जारी है.

दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू हवाई क्षेत्र में हुए दोनों धमाकों में एयरफोर्स स्टेशन के हाई सिक्योरिटी एरिया के अंदर आईईडी पेलोड को गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल होने की संभावना है. यह IED लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेटिव ने बरामद किया था. इसे किसी भीड़-भाड़ वाली जगह पर लगाया जाना था.

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