जम्मू कन्वेंशन सेंटर में आज परिसीमन आयोग की सात सदस्यीय टीम ने जस्टिस (रिटायर्ड) रंजना प्रकाश देसाई की अगुवाई में जन सुनवाई की। इसी बीच कांग्रेस ने परिसीमन आयोग की मसौदा रिपोर्ट के खिलाफ शहर के शहीदी चौक में धरना-प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने पोस्टर के माध्यम से डिलिमिटेशन कमीशन को 'टेंशन कमीशन' और 'आई वाश कमीशन' बताया।

प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा कि आयोग लोगों के सुझावों को प्राथमिकता नहीं दे रहा है। लोगों के बीच में इस रिपोर्ट को लेकर असंतोष है, जिसे दूर नहीं किया जा रहा है। इसमें न तो क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को देखा गया है और न ही क्षेत्र के लोगों की राय ली गई है। रिपोर्ट से पता चल रहा है कि जिन लोगों ने रिपोर्ट तैयार की है उनको भौगोलिक स्थिति के सपष्ट जानकारी नहीं है। आयोग ने रिपोर्ट बनाने में दो साल से भी ज्यादा समय लगा दिया। इस रिपोर्ट में प्रदेश के लोगों की जो कुछ पहचान बची थी, उसे भी खत्म किया जा रहा है।

गुलाम अहमद मीर ने कहा कि आज जम्मू संभाग के लोगों को दो घंटे तक अपनी बात रखने का समय दिया गया। क्या ऐसा मुमकिन है कि इतने कम समय में सभी लोगों की समस्याएं सुन ली जाएं। उन्होंने कहा कि यह तो एक तरह का मजाक है। आयोग को अन्य राजनीतिक पार्टियों को भी अपनी शंकाओं को बताने के लिए समय देना चाहिए था, जो इस आयोग के सदस्य नहीं है। आयोग के सदस्य सिर्फ दो दिन के लिए प्रदेश में आई वाश के तौर पर आए हैं। उन्होंने कहा कि अंत में आयोग ने करना वही है जो उन्हें भाजपा के नेता कहेंगे।