कर्नाटक: कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

हुबली के बीवीबी कॉलेज में कांग्रेस पार्षद की बेटी की हत्या पर राजनीति जारी है। यह मुद्दा कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच राजनीतिक घमासान में तब्दील हो गया है। भाजपा राज्य सरकार पर लगातार निशाना साध रही है। उसका कहना है कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और सिद्धारमैया मस्त हैं। वहीं, एबीवीपी कार्यकर्ता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विज्ञापन

हत्या की घटना को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। 

लिंगायत संत दिंगलेश्वर स्वामी और अन्य संतों ने हुबली हत्या की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।


कानून व्यवस्था ध्वस्त और सिद्धारमैया मस्त
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि मल्लिकार्जुन खरगे को यह पता होना चाहिए कि कर्नाटक में कानून व्यवस्था ध्वस्त है और सिद्धारमैया मस्त हैं। हमारी बहन की हत्या कर दी जाती है। वो भी खंजर से हत्या की जाती है। यह जो खंजर निकले हैं यह कांग्रेस पार्टी की नफरत की राजनीति से निकले हैं। इससे आम नागरिक परेशान हैं।’

उन्होंने आगे कहा कि यह भी कहना गलत नहीं होगा कि बात करते हैं खंजर की और इनकी अपनी राजनीतिक जमीन जो है वो बंजर। हमारी बहन के साथ कुकर्म होता है तो कांग्रेस के बड़े नेता कुछ भी नहीं कहते हैं। 

भाजपा इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रही: सीएम सिद्धारमैया
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ‘यह लव जिहाद का मामला नहीं है। मैं इस घटना की निंदा करता हूं। हमने अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, जांच गंभीरता से चल रही है और हम दोषी को सजा देंगे। हमने शांति बनाए रखने के लिए कानून और व्यवस्था का गंभीरता से ध्यान रखा है। भाजपा इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीति के लिए कर रही है। यह निंदनीय है कि एक राजनीतिक दल (भाजपा) राजनीतिक उद्देश्यों के लिए एक लड़की की हत्या का इस्तेमाल कर रहा है।’

सीएम को शोभा नहीं देता ऐसा बयान देना
भाजपा के विधायक बसनगौड़ा आर पाटिल ने कहा, लड़का धमकी दे रहा था। ‘एकतरफा प्यार और लव जिहाद का मामला है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री का जो बयान है वो निश्चित तौर पर एक सीएम को शोभा नहीं देता है। एक समुदाय के समर्थन में वो बयान दे रहे हैं। जब एक कांग्रेस के पार्षद की बेटी के साथ ऐसा हो रहा है तो बाकी का क्या होगा।’

उन्होंने आगे कहा कि जिला अधिकारी की रिपोर्ट अलग है। इसे तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। पिछले 10 सालों में जब से पीएम मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार सत्ता में आई है, ऐसा कोई राज्य नहीं है जहां राष्ट्रपति शासन लगाया गया हो, वे (डीके शिवकुमार के बयान पर) लोगों की सहानुभूति हासिल करने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं।

यह है मामला
हुबली से यह सनसनीखेज बीते गुरुवार को सामने आया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने कथित तौर पर युवती को प्रपोज किया था। लेकिन छात्रा ने उसका प्रस्ताव ठुकरा दिया था। जिसके बाद उसने उस पर पांच-छह बार चाकू से हमला किया। पुलिस ने बताया कि कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ की बेटी नेहा (23 वर्षीय) एमसीए प्रथम वर्ष की छात्रा थी। आरोपी फैयाज (23) ने एमसीए की पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी। पुलिस के मुताबिक, इस घटना के सिलसिले में आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here