सुरक्षा बलों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या (Kashmiri Pandit Rahul Bhatt Murder) का बदला ले लिया है. इस मामले में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. बांदीपोरा के बरार इलाके में शुक्रवार को आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के जवानों ने राहुल भट्ट की हत्या में शामिल लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया है. आतंकियों ने गुरुवार को राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी.
कश्मीर घाटी में स्थानीय लोगों पर हुए अटैक के पीछे लश्कर और जैश का हाथ है, लेकिन खुद को बचाने के लिए विश्वस्तर पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर नाम कश्मीर टाइगर्स का लिया जा रहा है. दिसंबर 2021 में ही इसका मुखिया मुफ्ती अल्ताफ मारा जा चुका है. कश्मीर टाइगर्स को अल्ताफ ने ही बनाया था और खुद अल्ताफ जैश का आंतकवादी था. घाटी में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट की हत्या के पीछे कश्मीर टाइगर्स नाम के कथित आंतकी संगठन का नाम बताया जा रहा है.
गौरतलब है कि बीते दिनों बडगाम जिले की एक तहसील में राजस्व अधिकारी के पद पर तैनात राहुल भट्ट को आतंकियों ने दफ्तर में घुसकर गोली मार कर हत्या कर दी थी. राहुल को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उपचार के वक्त उनका निधन हो गया था. राहुल भट्ट की अंतिम यात्रा में शामिल होने पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना और जम्मू कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कवींद्र गुप्ता को कश्मीरी पंडितों का भारी विरोध झेलना पड़ा.