केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रविवार को सिंघु बॉर्डर पहुंचे. इस दौरान केजरीवाल ने कहा, ‘हमारे किसान पिछले 32 दिनों से ठंड के बीच सड़कों पर रहने को मजबूर हैं. क्यों? इससे मुझे दुख होता है कि अब तक 40 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मैं केंद्र सरकार से उनकी बात सुनने और कृषि कानूनों को निरस्त करने की अपील करता हूं.’ इसके अलावा केजरीवाल ने कहा, ‘मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं, इनकी बातें सुनकर कृषि के तीनों कानूनों को वापस ले लीजिए. किसानों को राष्ट्रद्रोही कहा जा रहा है, अगर किसान राष्ट्रद्रोही हो गया तो तुम्हारा पेट कौन भरेगा? किसानों की खेती चली गई तो किसान कहां जाएगा? किसानों के पास क्या बचेगा?’
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के बीच अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार आरोप लगा रही है कि किसानों को गुमराह किया जा रहा हैं. मैं केंद्र सरकार को चुनौती देता हूं, केंद्र सरकार अपने सबसे बड़े नेता को लेकर आ जाए और हमारे किसान नेता आ जाएं और पब्लिक में चर्चा हो जाए, पता चल जाएगा किसको कितनी जानकारी है.