शामली। जनपद में गठवाला खाप में खींचातानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहा पिछले माह गांव हसनपुर में गठवाला खाप की एक पंचायत का आयोजन किया गया था। जिसमें गांव हसनपुर के रहने वाले बाबा महिपाल मलिक को गठवाला खाप का थंबेदार बनाया गया था। जिसमें गठवला खाप के चौधरी बाबा राजेन्द्र मलिक मौजूद नहीं थे। जिसे लेकर गठवाला खाप के चौधरी पर फोन पर ग्रामीण को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा था। पीड़ित ग्रामीण ने थाने में आयोजित समाधान दिवस में तहरीर देकर अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
आपको बता दें कि बीती 31 अक्टूबर को सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव हसनपुर में गठवाला खाप की पंचायत का आयोजन किया गया था। जिसमें गठवाला खाप से जुड़े दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोगों की सहमति से गांव हसनपुर निवासी बाबा महिपाल मलिक को खाप का नया थांबेदार बनाया गया था। लेकिन उक्त पंचायत में गठ वाला खाप के चौधरी बाबा राजेन्द्र मलिक मौजूद नहीं थे। जहा ये बात गठवाला खाप के बाबा राजेन्द्र मलिक को ये बात इतनी नागवार गुजरी की उन्होंने कांधला थाना क्षेत्र के गांव किवाना निवासी मांगेराम मलिक को फोन पर जान से मारने की धमकी दे डाली। जिसे लेकर पूर्व में भी शिकायत की जा चुकी है। जिसमे अब तक कोई कार्यवाही ना होने के कारण पीड़ित ग्रामीण थाने में आयोजित समाधान दिवस में पहुंचा और पुलिस को तहरीर देकर अपनी जान माल की सुरक्षा किए जाने की मांग की है। पीड़ित ग्रामीण ने बताया कि बीती 31 तारीख को गांव हसनपुर में एक पंचायत की गई थी जिसमे वह भी पहुंचे थे। जहा उन्हें फोन पर घर में घुसकर मारपीट करने एवं जान से मारने की धमकी गठवाला खाप के बाबा राजेन्द्र मलिक द्वारा दी गई थी। जिसमे बीती 1 नवंबर को पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया गया था। और जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई थी। आज फिर थाना समाधान दिवस में शिकायती पत्र दिया गया है। जिसमे पुलिस अधीक्षक द्वारा सुरक्षा दिए जाने और कानूनी कार्यवाही किए जाने के आदेश दिए गए है।