इस्राइल और हमास के खिलाफ युद्ध जारी है। इस बीच बेरूत में एक विस्फोट हुआ, जिसमें फलस्तीनी आतंकावादी समूह हमास का उप-प्रमुख मारा गया। हमास और हिजबुल्लाह के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। हमास के उप-प्रमुख के साथ-साथ अन्य आतंकियों की भी मौत हुई है। हिजबुल्लाह का आरोप है कि यह एक ड्रोन हमला था। हमले के पीछे कथित तौर पर इस्राइल का हाथ हो सकता है।
नेतन्याहू ने जान से मारने की दी थी धमकी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमास की सैन्य शाखा के संस्थापकों में से एक सालेह अल-अरौरी ने वेस्ट बैंक में संगठन का नेतृत्व किया था। युद्ध शुरू होने से पहले ही इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी। हिजबुल्लाह के नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने कसम खाई है कि लेबनान में फलस्तीनी अधिकारियों को निशाना बनाने वाले इस्राइली हमले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमास के अधिकारी बासेम नईम ने पुष्टि करते हुए कहा है कि विस्फोट में अरौरी की मौत हो गई है। हिजबुल्लाह अधिकारियों ने भी नाम न छापने के शर्त पर मौत की पुष्टि की है।
सोशल मीडिया पर सामने आया तबाही का वीडियो
हिजबुल्लाह का कहना है कि विस्फोट में कुल चार लोगों की मौत हो गई है। इस्राइली ड्रोन ने इस हमले को अंजाम दिया है। हमले से लेबनानी शहर और हिजबुल्लाह का गढ़ मुशरफीह भी दहल उठा है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो सामने आया है, जिसमें आग दिखाई दे रही है। कुछ इमारतें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
हमले के यह तीन कारण
हमास ने कहा कि ये यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इस्राइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। हमास ने कहा कि इस्राइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंक इसे अपवित्र किया था। इस्राइली सेना लगातार हमास के ठिकानों पर हमले कर रही है और अतिक्रमण कर रही है। इस्राइली सेना हमारी महिलाओं पर हमले कर रही है। हमास के प्रवक्ता गाजी हमाद ने अरब देशों से अपील है कि इस्राइल के साथ अपने सभी रिश्तों को तोड़ दें। हमाद ने कहा कि इस्राइल एक अच्छा पड़ोसी और शांत देश कभी नहीं हो सकता है।