LIVE: भारतीय किसान संघ का ऐलान- कल फूकेंगे प्रधानमंत्री का पुतला, 8 दिसंबर को भारत बंद

बिहार में चक्का जाम आंदोलन करेगी CPIM

केंद्र सरकार के हाल के बनाए गए तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर CPI (M) ने पांच दिसंबर को पूरे बिहार में चक्का जाम आंदोलन का निर्णय लिया है.

टिकरी बॉर्डर पर एंबुलेंस के लिए खोला गया रास्ता

दिल्ली: टिकरी बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के बीच पुलिस ने बैरिकेडिंग खोलकर एक एंबुलेंस के जाने के लिए रास्ता बनाया।

26 जनवरी की परेड में किसानों को भी किया जाए शामिल

दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “8 तारीख को पूरा भारत बंद रहेगा. इस बार 26 जनवरी की परेड में किसानों के पूरे सिस्टम को शामिल किया जाए. ट्रैक्टर हमेशा ऊबड़-खाबड़ जमीन पर ही चला है, उसे भी राजपथ की मखमली सड़क पर चलने का मौका मिलना चाहिए.”

टिकरी बॉर्डर पर RAF तैनात

दिल्ली के तमाम बॉर्डर्स पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, सुरक्षा को देखते हुए एतिहातन पैरामिलिट्री फोर्स की 45 ओर कंपनियों को बुलाया गया है. वहीं टिकरी बॉर्डर पर RAF को तैनात कर दिया गया है और सीमेंट बॉक्स को बढ़ाया जा रहा है. इसके अलावा चप्पे-चप्पे पर दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया गया है. अब सबकी नजर 5 तारीख को होने वाली मीटिंग पर है, जहां एक बार फिर किसान नेता और सरकार के लोग बातचीत करेंगे. किसान नेताओं का कहना है कि अगर सरकार हमारी मांग पूरी नहीं करेगी, तो 8 तारीख को भारत बंद करेंगे.

किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल की तबीयत बिगड़ी

प्रमुख किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष बलबीर सिंह राजेवाल ने सीने में दर्द की शिकायत की है. राजेवल कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र के साथ बातचीत करने वाले किसान समूह का हिस्सा हैं.

किस तारीख को क्या करेंगे किसान?

5 दिसंबर को मोदी सरकार और कॉर्पोरेट घरानों के पुतले पूरे देश में फूंके जाएंगे. 7 तारीख को सभी वीर अपने मेडलों को वापिस करेंगे. 8 तारीख को हमने भारत बंद का आह्वान किया है व एक दिन के लिए सभी टोल प्लाजा फ्री कर दिए जाएंगे.

किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग

चंडीगढ़ में गठबंधन सरकार में सहयोगी JJP के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और पार्टी नेता दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज से मुलाकात की और किसानों पर आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे रद्द किए जाने की मांग की है।

किसानों के लिए देशभर में फ्री किया जाए टोल

8 तारीख को किसान राजधानी दिल्ली के सभी बॉर्डर का घेराव करेंगे. सयुंक्त किसान मोर्चा की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है कि किसानों की मांग है कि देश के सभी टोल प्लाजा को किसानों के लिए फ्री किया जाए.

दो मीटिंग साफ हो गई सरकार की नीयत

किसान नेताओं का कहना है कि दो मीटिंग में यह साफ हो गया है कि सरकार की नीयत बिल वापस लेने की नहीं है. सिर्फ संशोधन पर बातचीत हुई है. हमें संशोधन नहीं तीनों कृषि कानून वापस चाहिए. जब तक नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा. ये भी मोर्चे की मीटिंग में तय हुआ है. रोज नए संगठन हमारे साथ जुड़ रहे हैं. आज भी कई नए संगठन साथ में आए हैं. हम पीछे नहीं हटने वाले. कल की मीटिंग में हम साफ करेंगे तीनों कानून वापस हो नहीं तो आंदोलन और तेज होगा. 8 तारीख को भारत बंद करेंगे.

किसान संगठनों की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें

– हमारी तैयारी लंबी है और हमें पुरे देश से समर्थन मिल रहा है. 8 दिसंबर तक हम सारे रस्ते बंद कर देंगे. ये कानून रद्द होने चाहिए. 8 तारीख को सारा भारत बंद होगा.– जो किसान पिछड़ जाएगा उसकी पीढ़ियां उस से सवाल करेंगी की आप उस वक़्त कहां थे? लड़ाई आर-पार की होगी.– सरकार हमें कम आंक रही है. सरकार किसानों से अभी और संघर्ष कराना चाहती है.– हमारी सीधी मांग है कि इन काले कानूनों को वापस लिया जाए. अगर ऐसा नहीं होता, तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा.– पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हर जगह यह आंदोलन होगा.– सरकार को हमारे सामने झुकना ही पड़ेगा.– सरकार पहले बात करने को तैयार नहीं थी, लेकिन आज हमारे सामने सरकार को झुकना पड़ेगा.

हम कानून वापस करवाकर ही दम लेंगे

किसान संगठनों ने शुक्रवार शाम को संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इसमें उन्होंने कहा कि हम कानून हटाना चाहते हैं, जबकि सरकार कानूनों में बदलाव करने के लिए तैयार है. MSP पर कानून बनाने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन हम कानून वापस करवाकर ही दम लेंगे. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सर्वसम्मति से कुछ फैसले किया गए हैं. 8 दिसंबर को भारत बंद होगा.

कल होने वाली बैठक को लेकर किसानों की चेतावनी

दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर तीनों कृषि बिलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि अगर शनिवार को होने वाले एक और दौर की चर्चा में कोई फैसलान नहीं होता है, तो वे दिल्ली में ज्यादा सड़कें और खाद्य उत्पादों की आपूर्ति ठप करके विरोध प्रदर्शन को तेज करेंगे.

अमित शाह के दरबारी बन चुके हैं सीएम अमरिंदर

आप नेता राघव चड्डा ने कहा, “हम पंजाब CM से पूछना चाहते हैं कि जब आप दिल्ली आए, तो आप प्रदर्शन कर रहे किसानों और अपनी पार्टी के हाई कमांड सोनिया गांधी से क्यों नहीं मिले. आप सिर्फ अमित शाह के दरबार में हाजिरी लगाकर चले गए. वो पूरे तरीके से BJP के CM और अमित शाह के दरबारी बन चुके हैं.”

किसान आंदोलन के चलते ट्रैफिक रूट डायवर्ट

किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक के तमाम रूट डायवर्ट कर दिए हैं. इसमें टिकरी बॉर्डर, झरोदा बॉर्डर को ट्रैफिक मूवमेंट के लिए बंद कर दिया गया है. बाडूसराय बॉर्डर हल्के वाहनों जैसे कार और दोपहिया वाहनों के लिए खुला है. हरियाणा के लिए धंसा, दौराला, कापासहेड़ा, रजोकरी NH8, बिजवासन, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हुए हैं. इसके अलावा सिंघु और औचंडी प्याऊ मनियारी और सबोली बॉर्डर बंद किए हुए हैं. NH-4 को बंद किया गया है. मुंडका मुकरबा और जीटी करनाल रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. पुलिस का कहना है कि आउटर रिंग रोड करनाल रोड और एनएच 44 पर जानें से बचें.

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा किसानों के प्रदर्शन का मामला

किसान आंदोलन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. याचिका में किसान आंदोलन को हटाने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट में याचिका ऋषभ शर्मा ने दायर की है. याचिका में दिल्ली NCR में कोरोना के खतरे को देखते हुए किसानों को हटाने की मांग की गई है.

याचिका में कहा गया है-

– किसानों के इतनी बड़ी संख्या में जमा होने से कोरोना के कम्यूनिटी स्प्रैड का खतरा बढ़ गया है, इसलिए इनको तुरंत हटाया जाना चाहिए.– प्रदर्शनकारी किसानों ने रोड बंद कर दिया है, जिससे एमरजेंसी/ मेडिकल सर्विस भी प्रभावित हुई है.– दिल्ली में बड़े सरकारी अस्पताल में इलाज कराने के लिए लोग दिल्ली आते हैं, जिनको दिक्कत हो रही है.– 26 नवंबर को दिल्ली पुलिस ने किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए बुराड़ी निरंकारी मैदान में प्रदर्शन की मंजूरी दी थी, जिसको किसानों ने ठुकरा दिया.

किसानों ने किया सीकरी बॉर्डर पार
पलवल से दिल्ली कूच करने के लिए चले किसान गुरुवार रात को पृथला गांव में रुके थे वहां से आज सुबह दिल्ली के लिए चले तो फरीदाबाद के सीकरी बॉर्डर पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। किसानों की भारी संख्या को देखते हुए यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। दिल्ली आगरा हाईवे को पुलिस ने पत्थर और बैरिकेडिंग लगाकर बंद कर रखा था लेकिन दोपहर करीब 1:30 बजे किसान जब यहां पहुंचे तो नारेबाजी शुरू हो गई पुलिस ने उन्हें आगे जाने से रोका तो किसान वहीं धरने पर बैठ गए। हालांकि बाद में पुलिस के जवानों पर भारी पड़े किसान और आखिर सीकरी बॉर्डर को पार करने में सफल रहे। किसानों का यह दल अब बदरपुर बॉर्डर की ओर बढ़ रहा है उधर सीकरी बॉर्डर के हालात देख फरीदाबाद पुलिस ने बदरपुर बॉर्डर पर जबरदस्त चौकसी बढ़ा दी है।

सरकार ने चंद लोगों को दिया देश का सिस्टम

समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा, “सभी जानते हैं कि यह कानून किसानों की तकदीर को सील करने वाले हैं. सारी मंडियां खत्म हो जाएगी. बड़े-बड़े लोग आकर मंडियां बना लेंगे और जब उनका एकाधिकार हो जाएगा, तब वे किसानों की फसल को मनचाहे दाम पर खरीदेंगे. देश के सिस्टम को सरकार ने चंद लोगों को दे दिया है.

किसानों को किया गया काफी बेइज्जत

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, “किसानों का काफी बेइज्जत किया गया है. उन्हें कभी खिलिस्तानी, तो कभी कांग्रेसी बताया गया, लेकिन किसान किसान होता है. वे यहां इतनी सर्दी में जात और धर्म से ऊपर उठ कर अपनी वाजिब मांग को लेकर यहां आए हैं.” उन्होंने आगे कहा कि  हरियाणा के राज्यपाल से आग्रह है कि वो विशेष सभा सत्र बुलाए और किसानों की समस्या पर चर्चा करें. सभा में हम अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे, क्योंकि जो मौजूदा सरकार है वो लोगों का और विधान सभा का विश्वास खो चुकी है.

सिंघु बॉर्डर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज सिंघु बॉर्डर पहुंचे. उन्होंने बताया, “आज मैंने सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बॉर्डर पर 300 से ज्यादा टॉयलेट दिल्ली सरकार ने लगाए हैं. पानी के लिए सौ से अधिक टैंकर और एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है. सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं.”

मैंने पुरस्कारों के लिए लिखना शुरू नहीं किया

भारतीय साहित्य अकादमी पुरस्कार लौटाने पर उपन्यासकार डॉ. जसविंदर सिंह ने कहा कि अगर कोई लेखक लोगों की आवाज को नहीं उठा सकता, तो क्या फायदा है? मैंने पुरस्कारों के लिए लिखना शुरू नहीं किया था. केंद्रीय सरकार को किसानों के साथ निर्दयता से पेश आना और मानवाधिकारों का उल्लंघन करते देखना निराशाजनक है.

बिहार के किसान भी लें आंदोलन में हिस्सा- RJD

बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए बिहार के किसानों को भी आंदोलन में शामिल होने की अपील की है.

किसानों की आवाज दबाकर केंद्र सरकार और कांग्रेस राजनीति कर रही है: मनीष सिसोदिया

कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब के किसानों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बता रहे हैं. पंजाब के मुख्यमंत्री आज ​भाजपा के मुख्यमंत्री की तरह व्यवहार कर रहे हैं. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के किसानों की आवाज दबा के केंद्र सरकार और कांग्रेस राजनीति कर रही है. कल कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा के नेताओं से मिलते हैं, जो कहने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री हैं और बीजेपी का बचाव करते हैं. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया

दूल्हे ने कार की जगह ट्रैक्टर का इस्तेमाल कर किसानों को अपना समर्थन दिया

हरियाणा: करनाल में एक दूल्हे ने अपनी शादी में महंगी गाड़ी छोड़कर ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के आंदोलन का समर्थन किया. दूल्हे ने कहा, किसान इस देश की सबसे बड़ी प्राथमिकता हैं. सरकार को किसानों की बात को दिल खोलकर सुनना चाहिए.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी किसानों का समर्थन

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन सिंघु बॉर्डर पहुंचे और कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिले. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन पर किसानों से बात की और उनका समर्थन किया.

किसानों को फसल की सही कीमत मिलनी चाहिए: तेजस्वी यादव

किसानों को फसल की सही कीमत मिलनी चाहिए. एमएसपी का जिक्र कृषि क़ानूनों में नहीं है. हम पूरी तरह से किसान के साथ खड़े हैं, आगे भी रहेंगे. किसानों को न्याय दिलाने के लिए कल हम गांधी मैदान में सुबह 10 बजे से महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने बैठकर धरना करेंगे : तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता

केंद्र सरकार ने किसानों की बात नहीं सुनी: अशोक गहलोत

किसानों की बात केंद्र सरकार ने नहीं सुनी, जिसके कारण आज किसान पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं. लोकतंत्र के अंदर संवाद सरकार के साथ इस प्रकार कायम रहते तो यह चक्का जाम के हालात नहीं बनते एवं आमजन को तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ता: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

किसानों ने यूपी गेट के पास नेशनल हाइवे-9 को जाम किया

उत्तर प्रदेश के प्रदर्शनकारी किसानों ने यूपी गेट के पास नेशनल हाइवे-9 को जाम कर दिया है. सिंघु, टिकरी, चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर पर अभी भी सुरक्षा कर्मी तैनात हैं. गौतमबुद्ध नगर के पास किसानों के प्रदर्शन के चलते नोएडा लिंक रोड पर चिल्ला बॉर्डर बंद है.

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का केंद्र सरकार पर हमला

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने किसानों का समर्थन करते हुए कहा कि इनके आंदोलन के चलते केंद्र सरकार घुटने पर आ गई है.

गाड़ियां डाइवर्ट होने से डीएनडी पर भी ट्रैफिक जाम

किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली के कई बॉर्डर जाम है और जिसकी वजह से डीएनडी की तरफ गाड़ियां डाइवर्ट हो गई हैं और डीएनडी पर भी अच्छा खासा ट्रैफिक जाम है. डीएनडी पर तेज रफ्तार में दौड़ने वाली इन गाड़ियां के पहिए थम गए हैं. इसी ट्रैफिक जाम में एक मरीज भी फंसे हुए हैं जिनको सर्जरी के लिए दिल्ली के अस्पताल में जाना था, लेकिन पहले नोएडा की ट्रैफिक जाम और फिर दिल्ली के डीएनडी के ट्रैफिक जाम में फंसने से वह काफी ज्यादा परेशान हैं. ये ट्रैफिक जाम करीब 3 किलोमीटर से ज्यादा लंबा है और इस वजह से लोगों को काफी ज्यादा दिक्कतें भी हो रही हैं.

सिंघु बॉर्डर में खाना बनाते किसान

दिल्ली: केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) में किसानों का आंदोलन जारी. सिंघु बॉर्डर में खाना बनाते किसान.

कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी सिंघु बॉर्डर पर डटे

सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसान प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं. एक किसान प्रदर्शनकारी ने बताया, “इन कानूनों को रद्द करने के लिए सभी राज्यों के किसान संगठनों को बुलाया जाए, प्रधानमंत्री खुद मीटिंग लें और कानूनों को रद्द करने का निर्णय लें.”

BKU के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने आज अमर उजाला से खास बातचीत में कहा कि, कृषि बिल दिल्ली की चमकीली कोठियों में बैठकर बनाया गया है। जो सरकार पिछले सात साल से दिल्ली में बैठने के बाद भी नहीं मिल रही थी, अब किसान उसे तलाश में आ चुका है। कल वार्ता विफल होने के बाद अब तारीख सरकार नहीं किसान बताएगा। किसानों को बताया जाएगा कि सरकार बात नहीं मान रही, सरकार कह रही है कि किसानों को भड़काया जा रहा है तो उन सभी भड़काने वाले लोगों को सरकार हमें सौंप दें हम उनसे खेतों में काम कराएंगे। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाने के मुद्दे पर बिल्कुल भी पीछे नहीं हटेंगे, सरकार नहीं मानती है तो ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ 26 जनवरी की परेड में किसान शामिल होगा।

किसान आंदोलन की वजह से बॉर्डर बंद होने से लोग परेशान

गाजियाबाद: किसान आंदोलन की वजह से बॉर्डर बंद होने से उत्तर प्रदेश से दिल्ली आ रहे लोगों को काफी परेशानी हो रही है. एक यात्री ने बताया, “मैं बुलंदशहर से आया हूं, मुझे बच्ची का ऑपरेशन कराने एम्स जाना था. मुझे यहां फंसे हुए एक-डेढ़ घंटा हो गया है.

नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी

उत्तर प्रदेश: कृषि कानूनों के खिलाफ नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. बिजनौर से एक प्रदर्शनकारी ने कहा, हम पंजाब के किसानों के समर्थन में आए हैं, जब तक कानून वापस नहीं होते हम नहीं जाएंगे.

बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात

कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर हो रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है.

11 बजे किसानों की मीटिंग, नए कृषि कानून खत्म करवाने की मांग पर अड़े

किसान नेता कुलदीप सिंह ने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर 11 बजे किसान नेताओं की महापंचायत होनी है, पिछले दौर की बातचीत और कल होने वाली वार्ता को लेकर किसान नेता रणनीति बनाएंगे. कुलदीप सिंह का कहना है कि अब लग रहा है कि सरकार थोड़ा पीछे हटी है और समस्या का समाधान निकालना चाहती है लेकिन हम अभी भी तीनों कानूनों को पूरी तरह से रद्द करवाने को लेकर डटे हुए हैं.

किसानों के सपोर्ट में लौटाए गए भारतीय साहित्य अकादमी (पंजाबी) पुरस्कार

किसानों के सपोर्ट में अवॉर्ड लौटाने का सिलसिला जारी है. सिरमौर शायर डॉ. मोहनजीत, डॉक्टर जसविंदर सिंह और पंजाबी ट्रिब्यून स्वराजबीर ने भारतीय साहित्य अकादमी (पंजाबी) पुरस्कार लौटाया.

सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की सुबह 11 बजे होगी बैठक

सुबह 11 बजे सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक शुरू होगी. बैठक में किसान नेताओं और किसानों को बताया जाएगा कि गुरुवार को सरकार के साथ बैठक में उनके सामने क्या-क्या बातें रखी गई हैं.

चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों को दवाइयां बांटीं

दिल्ली: सिविलियन वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के सदस्यों ने सिंघु बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) पर तैनात प्रदर्शनकारी किसानों को दवाइयां बांटीं.

किसान प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक को लेकर जारी की एडवाइजरी

टिकरी और झारोदा बॉर्डर किसी भी ट्रैफिक के लिए बंद हैं. वहीं बदूसराय बॉर्डर सिर्फ हल्के मोटर मोटर वाहनों के लिए खुला है, जिसमें कार और दोपहिया वाहन शामिल हैं. इसके अलावा झटीकरा बॉर्डर केवल दोपहिया यातायात के लिए खुला है.

ममता बनर्जी ने किसानों की मांग न माने जाने पर चिंता जताई

ममता बनर्जी ने किसानों की मांगें न माने जाने और सरकार की ओर से तारीख पर तारीख दिए जाने पर चिंता प्रकट की. ममता ने कहा कि वो किसानों, उनके जीवन और आजीविका के बारे में बहुत चिंतित हैं. भारत सरकार को किसान विरोधी कानूनों को वापस लेना चाहिए. अगर ऐसा तुरंत नहीं किया जाता है, तो हम पूरे राज्य और देश में आंदोलन करेंगे. हम इन किसान विरोधी कानूनों का कड़ा विरोध करते हैं.

किसान प्रदर्शन के चलते आज भी दिल्ली से लगे कई बॉर्डर बंद

दिल्ली पुलिस ने बताया कि सिंघु, लामपुर, औचंदी, सफियाबाद, पियाओ मनियारी और सबोली बॉर्डर बंद हैं. इसके अलावा NH 44 दोनों तरफ से बंद हैं.

किसानों के विरोध के कारण एनएच 24 पर गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद से दिल्ली तक यातायात के लिए बंद है. दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली आने वाले लोग अप्सरा, भोपरा या डीएनडी का इस्तेमाल करें.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here