डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) का विवादों से नाता छूटता नहीं दिख रहा है। राजभवन ने विभिन्न स्तरों पर मिली अनियमितताओं की शिकायत का संज्ञान लेते हुए कुलपति प्रो. पीके मिश्रा के खिलाफ जांच बैठा दी है। इसके बाद से एक बार फिर से विश्वविद्यालय चर्चा में आ गया है।
प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी की ओर से जारी आदेश के अनुसार एकेटीयू में कथित रूप से विभिन्न स्तरों पर की गई अनियमितताओं के संबंध में कुछ लोगों से शिकायत मिली है। इसके तथ्यान्वेषण को राज्यपाल व कुलाधिपति के आदेश के क्रम में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एसएन अग्निहोत्री को प्रारंभिक जांच करने हुए जांच न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। इस बारे में प्रमुख सचिव ने कुलपति व कुलसचिव को जांच में सहयोग करने को भी कहा है।
यह भी निर्देश दिया गया है कि विवि अधिकारी जांच न्यायाधीश द्वारा अपेक्षित दस्तावेजों, विवि के अधिकारियों, शिक्षकों व कर्मचारियों को साक्षी के रूप में निर्धारित तिथि व समय पर जांच न्यायाधीश के सामने प्रस्तुत करवाया जाना सुनिश्चित करेंगे। इसका जांच स्थल राजभवन होगा। माना जा रहा है कि पिछले दिनों पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. अनुराग त्रिपाठी द्वारा की गई शिकायत और आईईटी निदेशक प्रो. विनीत कंसल को हटाने समेत संबद्धता आदि कई मामलों को लेकर पिछले दिनों पत्राचार किए गए हैं। जिसके बाद राजभवन ने यह जांच कमेटी बनाई है।
मैंने हमेशा संस्थान और प्रदेश हित में काम किया और निर्णय लिया है। आगे भी यह काम करता रहूंगा। जांच न्यायाधीश का पूरा सहयोग करूंगा। -प्रो. पीके मिश्रा, कुलपति, एकेटीयू