लुधियाना कोर्ट परिसर में गुरुवार को हुए बम धमाके के बाद शुक्रवार को केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू लुधियाना पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले कोर्ट परिसर पहुंचकर अधिकारियों से पूरा घटनाक्रम का जायजा लिया, इसके बाद अस्पताल में घायल लोगों का हाल जानने गए। केंद्रीय कानून मंत्री ने साफ कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को लुधियाना में हुए बम ब्लास्ट की घटना को लेकर बहुत चिंतित है, उनका साफ कहना है कि केंद्र सरकार को इस घटना को पूरी गंभीरता के साथ ले रही है। इस केस को पूरे प्रोफेशनल तरीके से देखा जाएगा। इस वजह से उन्होंने विशेष तौर पर मुझे पंजाब भेजा है।
केंद्र और पंजाब सरकार की आपसी तालमेल से इस घटना के तह तक पहुंचा जाएगा। इस घटना के संबंध में उन्होंने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से भी बात की है। जांच एजेंसी तेजी से काम कर रही हैं। जल्द नतीजे पर पहुंचा जाएगा। केंद्र सरकार की एजेंसी द्वारा इनपुट देने के बावजूद कोर्ट परिसर में बम ब्लास्ट की घटना पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एजेंसी इस तरह से इनपुट हमेशा राज्य सरकारों को भेजती रही हैं। यह इनपुट सामान्य दिनों में भी चलते रहते है। किसी विशेष घटना को लेकर यह इनपुट नहीं दिया गया था लेकिन इस मामले में राज्य सरकार और केंद्र सरकार की एजेंसी मिलकर काम कर रही हैं।
बम धमाके के बाद पंजाब में सीएम चन्नी से लेकर अन्य पार्टियों के नेताओं द्वारा एक दूसरे पर की जा रही छींटाकशी पर रिजिजू ने कहा कि इस समय नेताओं द्वारा एक-दूसरे पर दोषारोपण करना ठीक नहीं है। यह समय एकजुट होकर एक आवाज में बात करने का है। मैं इस समय यहां पर कोई चुनावी प्रचार करने नहीं आया हूं। यह बम धमाका कोर्ट परिसर में हुआ है, इसलिए बतौर कानून मंत्री मेरा यहां आना आवश्यक था। जिससे यहां काम कर रहे जजों और वकीलों को यह आश्वासन दिया जा सके कि वह बिना किसी डर के काम करें।
अगर न्याय देने वाले डर के माहौल में होंगे तो कहीं न कहीं न्याय देने में बाधा आ सकती है। वहीं सिख फॉर जस्टिस की तरफ से पंजाब को लोगों को वायस मैसेज भेजकर खालिस्तान के लिए प्रेरित करने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पंजाब के लोगों के चाहिए कि वह ऐसे लोगों की बात पर ध्यान न दें।