बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। बंगाल के तीखे चुनावी अभियान के बाद प्रधानमंत्री के साथ ‘दीदी’ की यह पहली मुलाकात है। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है जब संसद में पेगासस जासूसी कांड, नए कृषि कानून और कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार के प्रबंधन पर विपक्ष संसद में लगातार हमलावर है। ममता बनर्जी ने इन तीन मुद्दों के अलावा पीएम मोदी से टीकों के लिए केंद्र की तरफ से बकाया राशि सुनिश्चित करने पर भी चर्चा की।
दिल्ली यात्रा से पहले पेगासस पर बनाया जांच आयोग
दिल्ली यात्रा से पहले पेगासस जासूसी कांड की जांच के लिए ममता बनर्जी ने 2 सदस्यीय आयोग गठित किया हैं। इस जांच आयोग में दो रिटायर्ड जज शामिल हैं, जो पश्चिम बंगाल में फोन हैकिंग, ट्रैकिंग और फोन रिकॉर्डिंग के आरोपों की जांच करेंगे। दिल्ली यात्रा से पहले कैबिनेट बैठक कर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में ये फैसला लिया।
ममता बनर्जी ने आयोग का एलान करते हुए कहा था कि “पेगासस के माध्यम से, न्यायपालिका और नागरिक समाज सहित हर कोई निगरानी में है, हमें उम्मीद थी कि संसद के दौरान, केंद्र सुप्रीम कोर्ट के पर्यवेक्षण में जांच करवाएगा, लेकिन उन्होंने नहीं किया। पश्चिम बंगाल इस मामले में जांच आयोग बनाने वाला पहला राज्य है, उम्मीद हैं बाकी राज्य भी ऐसा करेंगे।” पेगासस मामले में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक बंगाल चुनाव के दौरान ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी पर भी निगरानी रखी गई थी।
विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में ममता
दिल्ली में ममता बनर्जी ने आज कांग्रेस नेता कमलनाथ से भी मुलाकात की, बंगाल चुनावों के बाद अब ममता बनर्जी की नजर 2024 के चुनावों पर हैं, इसी सिलसिले में ममता बनर्जी कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात करेंगी। ममता बनर्जी के साथ काम कर चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पहले ही सोनिया गांधी और शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं।