मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर का बदलेगा नाम, रखा जाएगा कुशभवनपुर

उत्तर-प्रदेश की योगी सरकार द्वारा जिलों के नाम बदलने की कवायद के बीच अब मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के नाम को बदलने की तैयारी शुरू हो गई है. जिले का नाम अब बदलकर भगवान श्री राम के ज्येष्ठ पुत्र कुश के नाम पर कुश भवनपुर किया जाना तय हो गया है.

इसके लिए कई सालों से उठ रही मांगों के बीच जिले के जिलाधिकारी ने गजेटियर में सुल्तानपुर के प्राचीन इतिहास का हवाला देते हुए जिले का नाम कुश भवनपुर करने की सिफारिश शासन और राजस्व परिषद् को भेज दी है. इसके साथ ही स्थानीय भाजपा विधायकों द्वारा इस जिले का नाम बदलने को लेकर एक हस्ताक्षरित पत्र भी मुख्यमंत्री को सौंपा गया है.

क्यों बदला जा रहा सुल्तानपुर का नाम?

सुल्तानपुर में लंबे समय से जिले का नाम भगवान कुश के नाम पर करने को लेकर तमाम कवायद की जा रही थीं. प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक ने मार्च-2019 में अपने सुल्तानपुर जिले के दौरे में इसका नाम बदलकर कुश भवनपुर करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था.  तभी से यहां के लोगों ने इसको लेकर ये मान लिया था कि इसका नाम अब कुश भवनपुर हो जाएगा .

जानकारी के मुताबिक राज्यपाल ने यह पत्र  28 मार्च 2019 को लिखा था. इस पत्र में लिखा गया था कि राजपूताना शौर्य फाउंडेशन के प्रतिनिधि मंडल द्वारा मुझसे मुलाकात कर एक पुस्तक ‘सुल्तानपुर इतिहास की झलक’ तथा ज्ञापन दिनांक 25-03-2019 प्रदत्त किया गया है, जिसमें उन्होंने सुल्तानपुर को हेरिटेज सिटी में शामिल किए जाने तथा उसका नामांतरण कर प्राचीन नाम कुश भवनपुर किये जाने का अनुरोध किया है’.  

विधायक देवमणि ने क्या तर्क दिया?

नियम 103 के तहत बीजेपी विधायक देवमणि दुबे विधानसभा में सुल्तानपुर का नाम बदलने के विषय पर चर्चा का प्रस्ताव पूर्व में ला चुके हैं. ये प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार भी कर लिया गया था. और तीन-चार दिन सदन में ये चर्चा चलती रही थी. इस मामले में बीजेपी विधायक का कहना है कि कलिंघम से लेकर कालिदास तक इसको हमने कुश भवनपुर कुशनगरी से उल्लेखित किया है. सुल्तानपुर गजेटियर में भी इसका नाम है. बताया जाता है कि विदेशी आक्रांताओ ने उस समय इसका नाम कुश भवनपुर से बदलकर सुल्तानपुर कर दिया था. मैंने सरकार से निवेदन किया कि ये नाम परिवर्तन का नहीं असली नाम के पुनर्बहाली का अभियान है.

मेनका गांधी का प्रस्ताव को समर्थन  

वैसे सांसद मेनका गांधी भी इस मांग का समर्थन करती हैं. उन्होंने 3 अगस्त- 2020 को श्रावण पूर्णिमा को कुश भवनपुर उत्थान सेवा समिति द्वारा उठाए जा रहे सुल्तानपुर जिले के पुनः कुश भवनपुर नामकरण की मांग का समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि इतिहास के मुताबिक सुल्तानपुर का नाम पुनः कुश भवनपुर करने के लिए हमारा साथ व समर्थन सदैव रहेगा.

कुश भवनपुर उत्थान सेवा समिति के सदस्य प्रणीत बौद्धिक ने बताया कि पौराणिक मान्यतानुसार आज का सुल्तानपुर पूर्व में गोमती नदी के तट पर मयार्दा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के पुत्र महाराज कुश द्वारा बसाया गया कुश भवनपुर नामक नगर था. खिलजी वंश के अलाउद्दीन खिलजी के शासनकाल में उसके भतीजे सुल्तान खिलजी के नाम पर कुश भवनपुर का नाम बदलकर सुल्तानपुर कर दिया गया था. हमने जिसके साक्ष्य भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी को दिए हैं. 

गौरतलब है कि जिलाधिकारी रविश गुप्ता ने गजेटियर में सुल्तानपुर के प्राचीन इतिहास का हवाला देते हुए शासन को इसका नाम बदलने को कहा था. अब चुनाव से ठीक पहले ये कदम उठाया जा सकता है.

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