मथुरा: बांकेबिहारी के दर्शन के लिए लगी लंबी कतार, एक श्रद्धालु बेहोश

वृंदावन  के श्रीबांकेबिहारी मंदिर में शुक्रवार सुबह से ही आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं की पांच सौ मीटर लंबी कतार लग गई। धक्के खाते हुए श्रद्धालुओं ने जन-जन के आराध्य बांकेबिहारी के दर्शन किए। गर्मी के कारण बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, दर्शन करने आए दिल्ली निवासी वीपी शर्मा (65) भीड़ के दबाव में बांकेबिहारी पुलिस चौकी के पास बेहोश हो गए। पुलिस ने डॉक्टर बुलाकर प्राथमिक उपचार कराया, हालत सुधरने पर परिजन अपने साथ ले गए।

गुड फ्राइडे की छुट्टी होने के साथ ही अगले दिन शनिवार और रविवार का भी अवकाश होने पर बांकेबिहारी मंदिर में सुबह से ही आस्था का सैलाब उमड़ा पड़ा। पट खुलने से करीब डेढ़ घंटे पहले से ही मंदिर की गलियां, बांकेबिहारी बाजार श्रद्धालुओं की भीड़ से खचाखच भर गया। बांकेबिहारी बाजार से लेकर मंदिर के द्वार तक पांव रखने की जगह नहीं रही। अपने निर्धारित समय से 15 मिनट पहले साढ़े सात बजे जैसे ही बांकेबिहारी के मंदिर के पट खुले, वैसे ही श्रद्धालुओं का रेला ने मंदिर में प्रवेश किया।

 उसके बाद दोपहर में पट बंद होने तक मंदिर के द्वार से लगभग पांच सौ मीटर से अधिक दूरी तक प्रवेश गली और बांकेबिहारी बाजार खचाखच श्रद्धालुओं से भर गया। लोग धक्का-मुक्की और भीड़ के दबाव के बीच लगभग दो घंटे में मंदिर पहुंचे। इस बीच गर्मी में भीड़ के दबाव में श्रद्धालुओं के साथ आए छोटे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मंदिर अपने निर्धारित समय दोपहर में आरती के बाद 12:30 बजे बंद हो गया।

क्या बोले श्रद्धालु
गुड़गांव निवासी श्रद्धालु महिला सुरेखा तिवारी व नारायणी बोलीं- छुट्टी वाले दिन श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मंदिर के दर्शनों का समय भी बढ़ा देना चाहिए, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालओं को दर्शन हो सकें और भीड़ छंटती रहे। पुरानी दिल्ली निवासी विकास रस्तोगी ने कहा कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिरों की गलियों और द्वारों को बड़ा किया जाना चाहिए। दर्शनों का समय भी अधिक होना चाहिए।

चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बांकेबिहारी के दर्शन 
बांकेबिहारी मंदिर के उप प्रबंधक उमेश सारस्वत ने बताया कि शुक्रवार को चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बांकेबिहारी के दर्शन किए। शनिवार और रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए आने की संभावना है। लगातार तीन दिनों का अवकाश होने के कारण श्रद्धालु ज्यादा संख्या में आए। शनिवार और रविवार को इससे भी अधिक श्रद्धालु आ सकते हैं।

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