सम्राट मिहिर भोज विवाद के बीच मेरठ के मवाना में गुर्जर समाज के लोगों ने गुर्जर गौरव यात्रा निकाली। बिना अनुमति यात्रा निकालने पर पुलिस ने  पुलिस ने मुखिया गुर्जर सहित 37 लोगों को नाम जद तथा 75 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।

मेरठ में सोमवार को प्रस्तावित गुर्जर समाज की सम्राज मिहिर भोज यात्रा रोकने के लिए पुलिस-प्रशासन की सारी रणनीति और इंतजाम धरे रह गए। यात्रा निकालने पर अड़े सरधना विधायक अतुल प्रधान और उनके समर्थकों को पुलिस ने दो बसों में बैठाकर रवाना कर दिया। लेकिन अतुल प्रधान के समर्थक बसों के शीशे तोड़कर नीचे कूद गए और नारेबाजी करते हुए यात्रा निकालकर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा तक पहुंच गए। प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इससे पहले सुबह यात्रा के लिए एकत्र हुए समाज के 17 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया था।

Mihir Bhoj controversy: Yatra even after police ban, report against 37 named and 75 unidentified

गुर्जर समाज का सोमवार को मवाना में बड़ा महादेव मंदिर से यात्रा निकालकर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर माल्यार्पण का कार्यक्रम प्रस्तावित था। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना और राजपूत उत्थान सभा ने यात्रा का विरोध करने की चेतावनी दे थी। माहौल खराब न हो इसके लिए रविवार को अधिकारियों ने समाज के नेताओं को मनाने का प्रयास किया। उनके सामने यात्रा न निकालकर सीधे प्रतिमा पर माल्यार्पण करने का प्रस्ताव रखा। लेकिन गुर्जर समाज के लोग यात्रा निकालने पर अड़े थे।

जिस पर एसपी देहात कमलेश बहादुर और एडीएम प्रशासन अमित कुमार सुबह 9 बजे से सीओ आशीष शर्मा, सीओ देवेश शर्मा, सीओ पूनम सिरोही, एसडीएम अखिलेश यादव, क्यूआरटी, पीएसी व आसपास के थानों की पुलिस फोर्स के साथ बड़ा महादेव मंदिर पहुंच गए। भाजपा नेता आकाश गुर्जर व सपा नेता मोनू पंवार, सुबोध गुर्जर आदि समर्थकों के साथ बड़ा महादेव मंदिर पहुंचे। इन्हें समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह यात्रा निकालने पर अड़ रहे। 

Mihir Bhoj controversy: Yatra even after police ban, report against 37 named and 75 unidentified

पुलिस ने तीनों नेताओं समेत 17 लोगों को हिरासत में ले लिया और क्यूआरटी की गाड़ी से पुलिस लाइन भेजा। इसके बाद हस्तिनापुर ब्लाॅक प्रमुख नितिन पोसवाल समर्थकों के साथ बड़ा महादेव मंदिर के पास पहुंचे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें वहां से हटा दिया। करीब 11 बजे लाव लश्कर के साथ सरधना विधायक अतुल प्रधान पहुंचे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों से उनकी जमकर नोकझोंक हुई। 

अतुल प्रधान ने कहा कि पुलिस-प्रशासन तानाशाही के तहत यात्रा रोक रही है। काफी देर की जद्दोजहद के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने अतुल प्रधान, मुखिया गुर्जर व उनके समर्थकों को दो बसों से थाना तिराहा के लिए रवाना किया। 

Mihir Bhoj controversy: Yatra even after police ban, report against 37 named and 75 unidentified

समर्थक पुलिस चौकी से पहले ही बस के शीशे क्षतिग्रस्त कर उतर गए और नारेबाजी करते हुए जुलूस के रुप में थाना तिराहे पर पहुंचे। विधायक अतुल प्रधान, मुखिया गुर्जर ने समर्थकों के साथ माल्यार्पण किया।

माल्यार्पण के बाद अतुल प्रधान के समर्थकों ने राज्यमंत्री दिनेश खटीक के खिलाफ नारेबाजी कर दी। जिससे एकबारगी माहौल गरमा गया। कुछ लोगों ने नारेबाजी कर रहे युवाओं को रोका। वहीं मेरठ पुलिस लाइन में हिरासत में लिए गए आकाश गुर्जर, मोनू पंवार आदि से सीसीएसयू छात्र नेता विनीत चपराना और गुर्जर समाज के नेता मिलने पहुंचे।

ट्रैक्टर से गिरे कई लोग पहिए के नीचे आने से बचे
यात्रा में एक ट्रैक्टर पर काफी लोग सवार थे। जो काफी तेज गति में था। थाने के पास यह ट्रैक्टर पहुंचा और ब्रैक लगाए तो ट्रैक्टर पर सवार लोग नीचे आ गिरे। जो पहिए के नीचे आने से बाल-बाल बचे।

पुलिस-प्रशासन ने पूरे प्रकरण की वीडियोग्राफी कराई है। धारा 144 लागू है। जिन्होंने धारा 144 का उल्लघंन किया है उसका पुलिस संज्ञान लेकर कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस ने मुखिया गुर्जर सहित 37 लोगों को नाम जद तथा 75 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। - एसडीएम अखिलेश यादव