पीएम मोदी ने किया प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन, बोले- आने वाली पीढ़ियों के लिए खोलेगा ज्ञान के द्वार

पीएम नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को प्रधानमंत्री संग्रहालय के उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री संग्रहालय का पहला टिकट पीएम मोदी ने ही खरीदा है. बता दें कि प्रधानमंत्री संग्रहालय दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में बनकर तैयार हुआ है. इसका उद्घाटन आज अंबेडकर जयंती के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने किया. 

पीएम म्यूजियम के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि देश आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक पहुंचाने में प्रत्येक सरकार का योगदान है. हर प्रधानमंत्रियों ने चुनौतियों का सामना करते हुए देश को आगे ले जाने की कोशिश की है. ये सभी लोक स्मृति की चीजें हैं. युवा वर्ग और भावी पीढ़ी प्रधानमंत्रियों के बारे में जानेगी तो उन्हें प्रेरणा मिलेगी. 

आजादी का ये अमृतकाल देश के लिए अहम है. मुझे विश्वास है कि नवनिर्मित पीएम म्यूजियम भविष्य का उर्जा केंद्र बनेगा. अलग-अलग दौर में क्या चुनौतियां रही, कैसे इससे निपटा गया, भावी पीढ़ी के लिए ये प्रेरणा बनेगा. प्रधानमंत्रियों से संबंधित वस्तुएं यहां रखी गई है. सार्वजनिक जीवन में जो लोग उच्च पदों पर रहते हैं, उनके जीवन पर नजर डालते हैं तो ये एक तरह से इतिहास का अवलोकन करना होता है. उनके फैसले बहुत कुछ सीखाते हैं. इस म्यूजियम से स्वतंत्र भारत का इतिहास जाना जा सकेगा. 

देश के हर प्रधानमंत्री ने संविधान की पूर्ति में अपना योगदान दिया है. यहां आने वाले लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान से रूबरू होंगे. उनके संघर्ष जीवन को जानेंगे. भावी पीढ़ी को सीख मिलेगी कि किस किस पृष्ठभूमि से आकर प्रधानमंत्री बनते रहे. हमारे बहुत से प्रधानमंत्री साधारण परिवार से आते हैं. गरीब परिवार, किसान परिवार से आकर प्रधानमंत्री बनना देश के युवाओं और देश को विश्वास देता है कि सामान्य परिवार में जन्म लेने वाला व्यक्ति भी शीर्ष स्तर तक पहुंच सकता है. 

इस म्यूजियम में जितना अतीत है, उतना ही भविष्य भी है. इस म्यूजियम में 40 से अधिक गैलरी है और करीब 4 हजार लोगों के एक साथ घूमने की व्यवस्था है. तेजी से बदल रहे भारत की तस्वीर ये म्यूजियम दुनिया को दिखाएगा. यह ऐसा अनुभव देगा कि वाकई में हम उसी दौर में जी रहे हैं. उनसे संवाद कर रहे हैं. इस म्यूजियम में युवाओं को लाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. युवा सक्षम हैं और उनमें देश को ऊंचाईयों तक ले जाने की क्षमता है. ये भारत को जितना अधिक जानेंगे, समझेंगे वे उचित फैसला लेने में सक्षम होंगे. यहां युवाओं को जो जानकारी मिलेगी, जो तथ्य देखेंगे, उनसे वे भविष्य में निर्णय लेने में मदद ले सकेंगे.

भारत लोकतंत्र की जननी है: पीएम मोदी

भारत लोकतंत्र की जननी है. भारत के लोकतंत्र की बड़ी विशेषता ये भी है कि समय के साथ इसमें बदलाव आता रहा है. लोकतंत्र को और आधुनिक बनाने का प्रयास हुआ है. समय के साथ जिस तरह कई बार समाज में कई कमियां रह जाती हैं, वैसे ही लोकतंत्र के सामने भी चुनौतियां आती रही है. इसे दूर करना भारतीय लोकतंत्र की खूबी है. सभी ने इसमें योगदान दिया है. 

आज जो भी चुनौतियां लोकतंत्र के सामने हैं, उन्हें दूर करते हुए हम आगे बढ़े, ये लोकतंत्र की हमसे अपेक्षा है. हमारे भारत में विभिन्न विचारों और परंपराओं का समावेश होता रहा है. लोकतंत्र सीखाता है कि कोई एक विचार ही उत्तम हो, ये जरूरी नहीं है. हमारा लोकतंत्र हमें प्रेरणा देता है, नवीनता को स्वीकारने की.  

प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई थी कि आजादी के अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री संग्रहालय का उद्घाटन हो रहा है और यह देश के प्रधानमंत्रियों के जीवन व योगदानों के जरिए आजादी के बाद के भारत की कहानी बयां करता है.

बाबा साहब अंबेडकर के पंच तीर्थ विकसित किए गए हैं. वे समाजिक न्याय के प्रेरणा के केंद्र हैं. ये म्यूजियम भी प्रधानमंत्रियों के विरासत को प्रदर्शित करके उत्सव मनाता है. पीएम म्यूजियम का लोगो ऐसा है जिसमें लोगों का हाथ एक चक्र को थामे हुए है. भारत के इतिहास के महानता से, भारत के समृद्धि काल से सभी परिचित रहे हैं. हम भारत के विरासत और वर्तमान से विश्व में सही रूप से परिचित हो, ये जरूरी है. विश्व भारत को आशा और विश्वास की नजरों से देख रहा है. भारत को इसके लिए प्रयास बढ़ाने होंगे. ये म्यूजियम हमारे भीतर भारत के लिए बड़े संकल्पों का बीज बोने का सामर्थ्य रखता है. भारत के भविष्य को बनाने वाले युवाओं में कुछ कर गुजरने का भाव पैदा करेगा. 

पीएमओ ने कहा कि यह संग्रहालय आजादी के बाद देश के प्रत्येक प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि है, चाहे उनका कार्यकाल जो भी रहा हो और चाहे उनकी जो भी विचारधारा रही हो. कहा गया है कि संग्रहालय का उद्देश्य युवा पीढ़ी को नेतृत्व, दूरदृष्टि और देश के सभी प्रधानमंत्रियों की उपलब्धियों के बारे में संवेदनशील बनाना और प्रेरित करना है.

इसके लिए तीन मूर्ति भवन को ब्लॉक वन और नवनिर्मित इमारत को ब्लॉक टू के रूप में डिवेलप किया गया है. दोनों ब्लॉकों का कुल क्षेत्र 15,600 वर्ग मीटर है. इसके डिजायन में टिकाऊ और एनर्जी सेविंग चीजों का ध्यान रखा गया है. परियोजना के दौरान एक भी पेड़ नहीं गिराया गया और ना ही किसी को हटाया गया. प्रधानमंत्री संग्रहालय में कुल 43 गैलरीज हैं. इसमें बताया गया है कि किस तरह अलग-अलग वक्त में देश के प्रधानमंत्रियों ने भारत को नई-नई चुनौतियों से निकाला.

कांग्रेस ने साधा निशाना

कांग्रेस नेता नासिर हुसैन ने प्रधानमंत्री संग्रहालय के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि मोदी हर जगह सिर्फ खुद को रखना चाहते हैं और बीते हुए कल को खत्म करना चाहते हैं, आजादी के संघर्ष की यादों को मिटाना चाहते हैं. नासिर हुसैन बोले, मोदी को लगता है कि 2014 में आजादी मिली है, उससे पहले हिंदुस्तान था ही नहीं. Nehru memorial को हटा के PM Museum बना रहे हैं. अगर बनाना ही था तो सेंट्रल विस्टा में अलग से बनाते.

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