छपार (मुजफ्फरनगर)। दिल्ली-हरिद्वार नेशनल हाइवे के छपार टोल प्लाजा के मैनेजर ने दो कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। दोनों के विरुद्ध थाने में रंगदारी मांगने की तहरीर भी दी। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। इससे गुस्साए भाकियू कार्यकर्ताओं ने शनिवार की रात हंगामा करते हुए चार घंट तक टोल फ्री कराया। मैनेजर के तहरीर वापस लेने के आश्वासन पर टोल चालू कराया गया।
करीब एक माह से टोल प्लाजा की जिम्मेदारी दूसरी कंपनी पर आ गया है। टोल कर्मियों का कहना कि जब दूसरी कंपनी आती है तो 20 प्रतिशत वेतन बढ़ाया जाता है। उन्होंने वेतन बढ़ाने के लिए कहा तो नौकरी से निकाल दिया और उनके विरुद्ध 50 हजार रुपये रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। इस पर सिमरती निवासी विशू अहलावत और बहादुर निवासी रेत्ता नंगला को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इससे गुस्साए भाकियू कार्यकर्ता मंडल अध्यक्ष नवीन राठी के नेतृत्व में शनिवार की रात टोल पर पहुंचे और धरने पर बैठे गए। मौके पर पहुंची पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। टोल मैनेजर ने तहरीर वापस लेने का आश्वासन दिया। इस पर कार्यकर्ताओं ने टोल चालू कर दिया। करीब चार घंटे संजय त्यागी ब्लाक अध्यक्ष, मुसर्रफ त्यागी, मंगता, मनीष चौधरी, शहजाद, रुचिन, काका आदि मौजूद रहे।
तहरीर वापस ले ली है। मामले में समझौता हो गया है। दोनों युवक टोल पर कार्य नहीं करेंगे। – संजीव गुप्ता, मैनेजर, टोल प्लाजा
भाकियू कार्यकर्ताओं ने टोल पर धरना दिया था। दोनों पक्षों में समझौता हो गया है। तहरीर वापस ले ली गई है। – मुकेश कुमार, थाना प्रभारी