मुजफ्फरनगर, चरथावल। क्षेत्र में कई दशक बाद गन्ना समिति बनने का सपना पूरा होने जा रहा है। शासन ने बिरालसी में नई समिति के गठन को मंजूरी दी है। 31 दिसंबर को केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. संजीव बालियान और गन्ना राज्यमंत्री सुरेश राणा दफ्तर का भूमि पूजन करेंगे। शामली और मुजफ्फरनगर के 26 गांव के किसानों को राहत मिलेगी।
अरसे बाद किसानों की मांग पूरी होने जा रही है। आजादी के बाद से किसानों को गन्ना सट्टा और रकबा संबंधी दिक्कतों के लिए रोहाना समिति दफ्तर में दौड़ना पड़ता था। रोहाना समिति के 23 और शामली जिले के तीन गांवों के नौ हजार किसान नई समिति से जुड़ जाएंगे। हर वर्ष इस समिति को गन्ना आपूर्ति का करीब 70 लाख का अंशदान प्राप्त होगा।
समिति सचिव एसपी सिंह ने बताया रोहाना से करीब नौ हजार किसान बिरालसी समिति से जुड़ जाएंगे। किसानों को भविष्य में गन्ना पर्ची संबंधी, वारिसान बदलने आदि समस्याओं के लिए वहां नहीं दौड़ना पड़ेगा। ग्रामीणों ने गन्ना मंत्री सुरेश राणा के समक्ष समस्या रखी थी।
इन गांव के किसानों को लाभ
रोहाना समिति के गांव बिरालसी, बिरालसा, रोनी हरजीपुर, मंगनपुर, पीपलशाह, भमेला, हरनाकी, बलवाखेड़ी, कान्हाहेड़ी, पिलखनी, दूधली, आलमगीरपुर, गुनियाजुड्ड़ी, अकबरगढ़, सिकंदरपुर, न्यामू, अरनायच, नगला राई, महाबलीपुर, मुथरा, चौकड़ा, कसौली, कुल्हेड़ी और शामली समिति के गुज्जरहेड़ी, नगला पिथौरा और पीपलहेड़ा नई समिति से जुड़कर चार शुगर फैक्टरियों को 16.25 लाख क्विंटल आपूर्ति करेंगे।
62 लाख रुपये से दफ्तर और बनेगी चहारदीवारी
समिति के मुख्य प्रवर्तक सोमपाल सिंह ने बताया गांव में करीब पौने चार बीघा जमीन में 31 दिसंबर को शिलान्यास के बाद दफ्तर, गोदाम और चहारदीवारी के निर्माण शुरू होगा। 62 लाख मंजूर हुए हैं। नई समिति से चरथावल और शामली के 26 गांवों को फायदा होगा।
विकास परिषद का कार्य पूर्ववत रहेगा
समिति के एससीडीआई विनोद कुमार ने बताया कि दोनों समितियों का परिषद संबंधी कार्य पूर्ववत रोहाना से होगा। संपर्क मार्गों का निर्माण, खेतों का सर्वे और पर्यवक्षकों की तैनाती यहीं से होगी। अभी तक रोहाना समिति से 85 गांवों के करीब 26 हजार कृषक है।