मुजफ्फरनगर में हजारों बीघा कृषि योग्य भूमि अवैध कब्जा मुक्त कराने की मांग को लेकर 28 साल से धरना दे रहे हैं। मास्टर विजय सिंह मैं शिरोमणि महाराणा प्रताप को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मास्टर विजय सिंह ने महाराणा प्रताप की गौरव गाथा लोगों को सुनाते हुए बताया कि उन्होंने अपनी लक्ष्य प्राप्ति के लिए जंगलों में रहकर घास की रोटी खाना पसंद किया। महाराणा प्रताप विषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य से नहीं भटके।
अध्यक्षता शशिकांत एडवोकेट ने की
मुजफ्फरनगर मैं शिव चौक स्थित मास्टर विजय सिंह के धरना स्थल पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती मनाई गई। मंगलवार को मास्टर विजय सिंह के धरनास्थल पर गणमान्य लोगों द्वारा महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये। शिव चौक पर 28 साल से दुनिया के सबसे लंबे धरने पर बैठे मास्टर विजय सिंह ने महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसकी अध्यक्षता शशिकांत एडवोकेट ने की तथा संचालन संजीव संगम ने किया।
मास्टर विजय सिंह ने कहा महाराणा प्रताप ने विषम परिस्थितियों में देश के लिए कार्य किया। वह प्रत्येक हालात में अपने कर्तव्य पथ पर डटे रहे। उन्होंने घास की रोटियां खा कर युद्ध लड़ा और अपना राष्ट्र धर्म निभाया। संजीव संगम ने कहा की महाराणा प्रताप भारत मां के सच्चे सपूत हैं। जिन्होंने राष्ट्रधर्म के लिए सब कुछ न्योछावर कर दिया। शशिकांत एडवोकेट ने कहा महाराणा प्रताप को वीर शिरोमणि उनके त्याग व बहादुरी के करण ही कहा जाता है। कार्यक्रम में राजकुमार, रमेश, चंदर, राम लाल. सोहन आदि ने भाग लिया।