जानसठ- तहसील क्षेत्र के गांव तेवङा निवासी बुजुर्ग महिला को कलयुगी बेटे ने मारपीट कर घर से निकाल दिया । बुजुर्ग महिला कलयुगी बेटे की शिकायत लेकर थाने पहुंची लेकिन सुनवाई न होने पर पीड़ित महिला ने कलयुगी बेटे की एसडीएम से शिकायत कर दी। एसडीएम ने तुरंत संज्ञान लेकर पीड़ित महिला को न्याय दिलाया। पीड़ित महिला की आँख से आँसू छलक पङे।
जिस बेटे को मां 9 महीने कोख में रख कर जन्म देने के बाद कलेजे से लगा कर रखती है, बाप उंगली पकड़कर कंधों पर बैठाकर उन्हें चलना सिखाता है। जवानी में मां-बाप सोचते हैं कि वही बेटे बड़े होकर उनके बुढ़ापे का सहारा बनेंगे। लेकिन वही बच्चे अगर बुढ़ापे में अपने ही मां-बाप के साथ मारपीट करने लगे और पिटाई कर घर की दहलीज से निकाल दें तो क्या होगा? क्योंकि कुछ ऐसा ही मामला तहसील क्षेत्र के गांव तेवड़ा निवासी एक बुजुर्ग महिला का है जिसको उसके बेटे ने मारपीट कर घर से निकाल दी। पीड़ित माता रोती हुई शिकायत लेकर थाने पहुंची तो थाने वालों ने पीड़ित महिला की फरियाद नहीं सुनी और घरेलू हिंसा का मामला बताकर टालमटोल कर दिया। पीड़ित बुजुर्ग महिला ने तहसील में आकर एसडीएम जयेंद्र कुमार से फरियाद की। एसडीएम ने अपने सामने बुजुर्ग महिला को कुर्सी पर बैठाकर तसल्लीपूर्वक फरियाद सुनी और तुरंत संज्ञान लेकर पुलिस को अवगत कराया और कलयुगी बेटे को भविष्य मे माॅ को परेशान न करने की सख्त हिदायत दी । न्याय मिलते देख पीड़ित बुजुर्ग महिला की आँख से आँसू छलक पङे और पीड़ित बुजुर्ग महिला दुआए देती घर पहुंच गई।