नसीरुद्दीन शाह ने ‘लव जिहाद’ मामले पर कहा कि ये टर्म इसलिए उछाली गई ताकि हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच दूरी बनी रहे। नसीरुद्दीन ने कहा कि ‘लव जिहाद’ जैसी बातें राजनीति की देन हैं। नसीरुद्दीन ने बताया कि रत्ना पाठक से शादी से पहले मेरी मां ने पूछा था कि क्या शादी के बाद वह धर्म बदलेगी। बकौल नसीर, मैंने मां के सवाल का जवाब ‘नहीं’ में दिया था।