केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश के राष्ट्रीय राजमार्गों (नेशनल हाईवे) पर उचित सड़क सुरक्षा उपायों की आवश्यकता पर जोर दिया है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय से जुड़े संसद सदस्यों की एक परामर्शदात्री समिति के दौरान, मंत्री ने क्षेत्रीय अधिकारियों और परियोजना निदेशकों से चल रही नेशनल हाईवे परियोजनाओं में उचित सड़क सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के लिए कहा।
सड़क सुरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के लिए गडकरी की अध्यक्षता में 24 मार्च को बैठक हुई थी। इस बैठक में लोकसभा और राज्यसभा की समिति के सदस्यों ने बड़ी संख्या में सड़क हादसों और मौतों पर चिंता व्यक्त की थी। इंजीनियरिंग, जागरूकता और प्रवर्तन के उपायों के जरिए देश भर में सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया था।
बैठक में जिन अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई, उनमें ब्लैक स्पॉट का सुधार, सड़कों को चौड़ा करने की आवश्यकता, राष्ट्रीय राजमार्गों पर एम्बुलेंस और ट्रॉमा केयर सुविधाओं के साथ-साथ ड्राइवरों को सचेत करने के लिए जीपीएस सिस्टम, सड़क दुर्घटना पीड़ितों को मुआवजे का भुगतान, रखरखाव और मरम्मत शामिल हैं। सड़कों की और ड्राइविंग प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। गडकरी ने देश में ड्राइवरों के प्रभावी प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
मंत्री ने समिति के सभी सदस्यों से अपने जिलों में सड़क सुरक्षा समिति के सांसदों की जिला कलेक्टर, पुलिस विभाग, पीडब्ल्यूडी और अन्य राज्य एजेंसियों के साथ नियमित बैठक करने का भी आग्रह किया।
इसके अलावा, देश में ड्राइविंग प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान (आईडीटीआर), क्षेत्रीय ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (आरडीटीसी), ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र (डीटीसी) और मॉडल निरीक्षण और प्रमाणन केंद्रों की स्थापना पर एक विस्तृत प्रस्तुति भी दी गई। मंत्री ने बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में ड्राइविंग प्रशिक्षण संस्थान स्थापित करने के लिए प्रस्ताव भेजने को भी कहा।