नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर अब अमरावती में दवा व्यापारी की गला काटकर हत्या

महाराष्ट्र के अमरावती शहर में एक केमिस्ट की धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि केमिस्ट ने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने वाली नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था. मामले की जानकारी के बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद नूपुर शर्मा का पूरे देश में विरोध देखने को मिल रहा है.

पुलिस के मुताबिक, 54 साल के केमिस्ट उमेश प्रहलादराव कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी और इस सिलसिले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह घटना राजस्थान के उदयपुर में एक टेलर कन्हैयालाल की हत्या करने से एक हफ्ते पहले हुई थी.

उधर, शिवसेना के नेता दीपक केसरकर ने कहा है कि मामले में कानूनी कार्रवाई होगी, हिंदुत्व ही संस्कृति है. हम सबको साथ लेकर चलेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा दौर चल रहा है, जिसमें टारगेट खोजा जा रहा है और बहकाने की कोशिश की जा रही है. हम कोशिश करेंगे कि किसी को सॉफ्ट टारगेट ना बनाया जाए.

वहीं, भाजपा के स्थानीय नेताओं ने अमरावती के शहर कोतवाली थाने को चिट्ठी सौंपी है. चिट्ठी में कहा गया है कि उमेश ने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा के पक्ष में संदेश पोस्ट किया था. इसलिए बदला लेने और एक मिसाल कायम करने के लिए उसकी हत्या कर दी गई. आजतक इंडिया टुडे को आधिकारिक पुष्टि, पुलिस ने कहा कि हमें स्थानीय भाजपा नेताओं से चिट्ठी मिली है और उस एंगल से मामले की जांच की जा रही है.

मुख्य आरोपी फरार, पुलिस तलाश में जुटी

अमरावती की एसपी डॉक्टर आरती सिंह ने शनिवार को कहा कि केमिस्ट की हत्या के सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मुख्य आरोपी इरफान खान (32) की तलाश की जा रही है, जो एक एनजीओ चलाता है. 

उधर, सिटी कोतवाली के एक पुलिसकर्मी ने बताया कि उमेश अमरावती शहर में एक मेडिकल स्टोर चलाते थे. उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में उनकी टिप्पणियों के लिए कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों पर एक पोस्ट शेयर किया था. उन्होंने गलती से पोस्ट को उस व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर कर दिया था जिसमें कुछ मुस्लिम भी सदस्य थे, जिसमें उमेश के कस्टमर्स भी शामिल थे.

पांच आरोपियों को मुख्य आरोपी ने दिए थे 10-10 हजार रुपये

पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी इरफान खान ने उमेश की हत्या की साजिश रची और इसके लिए पांच लोगों को शामिल किया. इरफान खान ने अन्य पांच आरोपियों को 10-10 हजार रुपए देने और भागने के लिए एक कार देने का वादा किया था. 

घटना 21 जून को रात 10 बजे से 10.30 बजे के बीच हुई, जब उमेश अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहे थे. इस दौरान उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से उनके साथ चल रहे थे. पुलिस के मुताबिक, उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे, तो बाइक सवार दो लोगों ने पीछे से आकर उमेश का रास्ता रोक दिया. एक युवक बाइक से उतरा और उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया और मौके से फरार हो गया. खून से लथपथ उमेश सड़क पर गिर गए. इसके बाद संकेत उसे अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई. 

सीसीटीवी में पूरी घटना कैद

संकेत की शिकायत के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई और पांच लोगों की पहचान की गई, जिनकी पहचान मुदसिर अहमद (22), शाहरुख पठान (25), अब्दुल तौफीक (24) शोएब खान (22) और अतीब राशिद (22) के रूप में हुई, जो अमरावती के सभी निवासी और दैनिक थे. वेतन भोगी कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त चाकू को जब्त कर लिया है और सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है जिसमें पूरी घटना कैद है. एसपी आरती सिंह ने कहा कि हत्या के सही कारणों का पता लगाया जा रहा है. 

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