सुप्रीम कोर्ट ने CBSE और CISCE की कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका पर आज होने वाली टाल दी है। अब इस मामले में सोमवार, 31 मई 2021 को सुनवाई होगी। एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर याचिका पर आज, 28 मई को हुई सुनवाई के दौरान अदालत ने याचिकाकर्ता को याचिका की कॉपी केंद्र, CBSE और CISCE को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इसलिए टली सुनवाई
मामले की सुनवाई कर रही जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की बैंच ने याचिकाकर्ता से CBSE और CISCE के वकीलों को सुनवाई से पहले याचिका की कॉपी उपलब्ध कराने पर सवाल किया था। इसका जवाब देते हुए याचिकाकर्ता ने बताया कि वह आज वकीलों को एडवांस कॉपी भेजेंगी। इस पर बैंच ने कहा कि याचिकाकर्ता को सुनवाई से पहले वकीलों को कॉपी भेजनी होती है। इसलिए सुनवाई को फिलहाल स्थगित किया जा रहा है। अब सुनवाई साेमवार, 31 मई को हाेगी।
एडवोकेट ममता शर्मा ने दायर की याचिका
सुप्रीम कोर्ट की वकील ममता शर्मा ने केंद्र, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE0) से 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की मांग करते हुए याचिका दायर की थी। दायर याचिका में कहा गया कि मौजूदा हालात के कारण परीक्षा स्थगित होने से नतीजे आने में देरी हो सकती है। इसका असर आगे की पढ़ाई पर पड़ेगा।
इसके अलावा कोरोना के बीच लाखों बच्चों का परीक्षा में शामिल होना खतरनाक हो सकता है। ऐसे में परीक्षाओं को रद्द कर देना चाहिए। साथ ही CBSE और CISCE को तय समय में ऑब्जेक्टिव मेथड के आधार पर 12वीं का रिजल्ट जारी करना चाहिए।
300 स्टूडेंट्स ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लिखा पत्र
परीक्षा को लेकर 300 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना को परीक्षा के फिजिकल आयोजन के प्रस्ताव को रद्द करने और पिछले साल की तरह एक वैकल्पिक मूल्यांकन योजना तय करने के लिए पत्र लिखा है। हालांकि, MoE के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक “अभी तक मिले फीडबैक के आधार पर आम सहमति यह है कि परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। केंद्रीय शिक्षा मंत्री एक जून को 12वीं की परीक्षा पर अंतिम फैसला करेंगे।