पीएम मोदी ने वाटर क्रूज यात्रा का किया शुभारंभ

वाराणसी से आज दुनिया की सबसे लंबी क्रूज यात्रा (Cruise Travel) की शुरुआत हो गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल हरी झंडी दिखाकर गंगा विलास क्रूज को काशी से रवाना किया। इस दौरान सीएम योगी वाराणसी में मौजूद रहे। गंगा विलास क्रूज 3200 किमी की यात्रा तय करेगा और ये सफर 51 दिनों का होगा। गंगा विलास को रवाना करने के साथ ही पीएम ने गंगा पार रेत में बसाए गए टेंट सिटी का भी उद्घाटन किया। 

पीएम मोदी की खास बातें 

  • पीएम ने क्रूज को रवाना करने से पहले हर-हर महादेव के उद्घोष से अपना संबोधन शुरू किया।
  • मैं सभी विदेश पर्यटकों का स्वागत करता हूं।
  • पीएम ने जलमार्ग को सबसे सस्ता साधन बताया।
  • गंगा विलास क्रूज 25 अलग-अलग नदियों से होकर गुजरेगा। 
  •  देश में कुल 111 जलमार्ग हैं जिनमें 5 पुराने, 106 नए जलमार्ग है।
  • 20,275 किमी. के जलमार्ग 24 राज्यों में फैले हुए हैं।
  • जलमार्ग से सबसे बड़ा फायदा है इससे सड़क की जाम में फंसने का कोई झंझट नहीं होता
  • इसके अलावा एक्सीडेंट का खतरा सबसे कम होता है।
  • भारी सामानों की ढुलाई अन्य साधनों के मुकाबले  जलमार्ग से आसान है।
  • 111 राष्ट्रीय जलमार्गों को विकसित किया जा रहा है।
  • क्रूज टूरिज्म का ये नया दौर युवाओं को रोजगार देगा। 
कार्यक्रम का शुभारंभ करते सीएम योगी

क्या बोले सीएम योगी 
पीएम मोदी से पहले सीएम योगी ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले तीन दिनों में गंगा विलास के पर्यटकों ने वाराणसी और आसपास के स्थानों का दौरा किया और यहां की संस्कृति को जाना। काशी आज एक नई पहचान के साथ आगे बढ़ रही है। 

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का संबोधन

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का संबोधन 
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि गंगा विलास क्रूज बिहार के 6 स्थलों बक्सर, छपरा, पटना, सिमरिया, मुंगेर, सुल्तानगंज और कहलगांव में रुकेगा। ये राज्य के लिए सौभाग्य की बात है। इससे पर्यटकों का बिहार की संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा। 

गंगा विलास क्रूज

इस वजह से खास है गंगा क्रूज 
 गंगा विलास क्रूज आत्मनिर्भर भारत का उदाहरण है। क्रूज का इंटीरियर देश की संस्कृति और धरोहर को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इंटीरियर में सफेद, गुलाबी, लाल और हल्के रंगों का इस्तेमाल किया गया है। वुडेन फ्लोरिंग और रंगों का बेहतर समन्वय पर्यटकों को सबसे अधिक पसंद आ रहा है। 

क्रूज में तीन डेक हैं। तीनों डेक पर अलग-अलग सुविधाएं हैं। क्रूज पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। कचरों को एक जगह एकत्र कर सुरक्षित रूप से निस्तारित किया जाता है। प्रदूषण का स्तर शून्य रखने के र्लिए इंधन के रूप में हाई स्पीड डीजल का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें लगे ऑयल स्प्रेडर्स डीजल को गंगा में जाने से बचाते हैं। क्रूज में 60 हजार लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता है। क्रूज को इस तरह डिजाइन किया गया है कि पर्यटकों को प्लास्टिक की बोतलों की जरूरत ही ना पड़े। क्रूज में आधुनिक उपकरणों से लैस एसटीपी लगाई गई है।

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