नई दिल्ली। सोमवार देर रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र की 75वीं बरसी पर यूनाइटेड नेशनल जनरल असेंबली को संबोधित किया। UNGA की एक उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का मंत्र दिया और कहा कि भारत पूरे विश्व को एक परिवार के तौर पर देखता है।
21 सितंबर से ही यूएन की जनरल असेंबली शुरूहोने के बाद पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए इसे संबोधित किया। पीएम मोदी ने दुनियाभर में जारी कोरोना महामारी के संकट पर बात करते हुए चिंता जताई और कहा कि विश्व जल्द इस संकट से उबर जाएगा। उन्होंने सुयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ पर UNGA की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मानव इतिहास में पहली बार पूरी दुनिया ने मिलकर एक संस्था बनाई। 75 साल पहले युद्ध के माहौल के बीच एक ऐसी संस्था का उद्भव हुआ जो आज दुनियाभर को बांधकर रखे हुए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि भारत उस संयुक्त राष्ट्र चार्टर के संस्थापक हस्ताक्षरकर्ता के तौर पर शामिल हुआ था।
पीएम मोदी ने कहा कि इस संस्था से भारत के वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र को सार्थक किया है, जो कहबता है कि पूरा विश्व एक परिवार है। उन्होंने कहा कि आज संयुक्त राष्ट्र की वजह से हमारी दुनिया एक बेहतर जगह है। उन्होंने UN के कामों की तारीफ करते हुए उन सभी का धन्यवाद किया, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के झंडे तले दुनियाभर में शांति का संदेश फैलाया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत का योगदान इसमें अग्रणी रहा है। भारत ने जो घोषणाएं और कार्य किए आज उसकी तारीफ हो रही है। उन्हें दुनियाभर में स्वीकारा जा रहा है। पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन, असमानता ,डिजिटल प्रौद्योगिकियों पर अभी और काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया।