कैडेट्स और कलाकारों से बोले पीएम, ‘आपकी कदम-ताल भरती है देशवासियों में जोश’

गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाले कैडेट्स और कलाकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कोरोना ने बहुत कुछ बदल कर रख दिया है. मास्क, कोरोना टेस्ट, दो गज दूरी, ये सब रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया है, इसके बावजूद भी आपके उत्साह, आपकी उमंग में कोई कमी नजर नहीं आ रही है. पीएम मोदी ने कहा कि गणतंत्र दिवस की परेड दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को जीवंत करने वाले हमारे संविधान को नमन करती है.

पीएम मोदी ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “राजपथ पर जब आप जोश के साथ कदम-ताल करते हैं तो हर देशवासी उत्साह से भर जाता है. जब आप भारत की समृद्ध कला, संस्कृति, परंपरा और विरासत की झांकी दिखाते हैं तो हर देशवासी का माथा गर्व से ऊंचा हो जाता है.” उन्होंने कहा कि हमारे रास्ते अलग-अलग हैं, लेकिन मंजिल एक ही है और वो है एक भारत, श्रेष्ठ भारत.

“भारत यानी पंथ अनेक लक्ष्य एक”

पीएम मोदी ने कहा, “भारत यानी राज्य अनेक राष्ट्र एक, भारत यानी समाज अनेक भाव एक, भारत यानी पंथ अनेक लक्ष्य एक, भारत यानी रिवाज अनेक मूल्य एक, भारत यानी भाषाएं अनेक अभिव्यक्ति एक, भारत यानी रंग अनेक तिरंगा एक.”

उन्होंने कहा, “हमें देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करने का अवसर नहीं मिला, लेकिन हमें देश ने अपना सर्वश्रेष्ठ अर्पित करने का मौका जरूर दिया है. हम देश के लिए जो भी अच्छा कर सकते हैं, भारत को मजबूत करने के लिए कर सकते हैं, करते रहना चाहिए.”

प्रधानमंत्री ने कहा, “इस वर्ष हमारा देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है. इस वर्ष गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व भी है. इसी वर्ष हम नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जन्मजयंती भी बना रहे हैं. अब देश ने यह तय किया है कि नेताजी के जन्म दिवस को हम पराक्रम दिवस के रूप में मनाएंगे.”

“वोकल फॉर लोकल से श्रेष्ठ बनेगा भारत”

उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस की तैयारियों के दौरान आपने भी महसूस किया होगा कि हमारा देश कितनी विविधताओं से भरा है. अनेकों भाषाएं, अनेकों बोलियां, अलग-अलग खान-पान कितना कुछ अलग है, लेकिन भारत एक है. ‘वोकल फॉर लोकल’ नारे की फिर से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “अपने घर के आसपास जो चीजें बन रही हैं, उसपर मान करना, उसे प्रोत्साहित करना ही वोकल फॉर लोकल है. वोकल फॉर लोकल की भावना तब मजबूत होगी जब इसे एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना से शक्ति मिलेगी.”

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