लोकसभा चुनाव को लेकर बुधवार को एक तरफ जहां भाजपा विधायकों ने पूर्व सीएम जयराम ठाकुर की अगुवाई में निकाली रोष रैली में एकजुटता का परिचय दिया। वहीं, 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट न मिलने से नाराज रहे पूर्व विधायकों और भाजपा नेताओं ने पंडोह में बैठक कर लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार की। बैठक द्रंग के पूर्व भाजपा विधायक जवाहर ठाकुर के कहने पर बुलाई गई थी। इसकी अध्यक्षता पूर्व में सरकाघाट से भाजपा विधायक रहे कर्नल इंद्र सिंह ने की। बैठक में किन्नौर से रहे भाजपा के पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, आनी से पूर्व विधायक किशोरी लाल, एचपीएमसी के चेयरमैन रहे कुल्लू से राम सिंह, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह के बेटे हितेश्वर सिंह, पूर्व प्रदेश सचिव और मीडिया प्रभारी रहे मंडी से प्रवीण शर्मा और सुंदरनगर से पूर्व में मंत्री रहे रूप सिंह ठाकुर के बेटे अभिषेक ठाकुर शामिल हुए।
बता दें कि 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कर्नल इंद्र सिंह और जवाहर ठाकुर को छोड़कर बाकी सभी ने टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। अब सभी की नजरें लोकसभा चुनावों पर टिकी हैं। भाजपा या कांग्रेस में से जो भी दल इन्हें रिझाने में कामयाब हो जाता है, यह अपने समर्थकों सहित उनके साथ जा सकते हैं। दूसरी तरफ देखें तो भाजपा ने कांग्रेस के बागियों को तो शरण दे दी है, लेकिन अपनी ही पार्टी से बागी हुए इन लोगों की तरफ अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है। जानकारी है कि यह बागी मिलकर अपने किसी प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतार सकते हैं। इस बारे में पूर्व विधायक जवाहर ठाकुर बैठक करने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भविष्य में क्या करना है, इसे लेकर सभी के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है। चर्चा के बाद ही आगामी निर्णय लिया जाएगा।