पोप फ्रांसिस 85 वर्ष के हुए

रोम। पोप फ्रांसिस शुक्रवार को 85 साल के हो गए। वह इस उम्र में भी खासे ऊर्जावान हैं जबकि उनके पूर्ववर्ती ने 85 वर्ष का होने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था।

कुछ समय पहले पोप की आंतों का ऑपरेशन किया गया था। उन्होंने हाल में साइप्रस और यूनान की यात्रा की है। इससे पहले उन्होंने कोरोना वायरस महामारी के बीच इराक, स्लोवाकिया और हंगरी की यात्रा की थी।

वह कोविड के बाद के विश्व को पर्यावरण के अधिक अनुकूल, आर्थिक तौर पर न्यायोचित और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने वाला बनाने के अपने अभियान को धीमा करने का कोई संकेत नहीं दे रहे हैं।

फ्रांसिस के भरोसेमंद जेसुइट संचार गुरुओं में से एक एंटोनियो स्पादारो ने कहा कि वह उनमें बहुत ऊर्जा देखते हैं।

अपने पिछले जन्मदिन से फ्रांसिस ने कार्डिनल के वेतन में 10 फीसदी की कटौती का आदेश दिया है। साथ में वेटिकन के कर्मियों की तनख्वाह में भी कटौती का आदेश दिया है।

इसके अलावा उन्होंने एक कानून पारित करके इस बात की इजाजत दे दी कि कार्डिनल और बिशप के खिलाफ वेटिकन के अधिकरणों में आपराधिक मामला चलाया जा सकता है। इसके बाद कई हाई प्रोफाइल मामलों की सुनवाई हो रही है जिनमें कभी पोप के करीबी सलाहकार रहे कार्डिनल एंजेलो बेकिउ का मामला भी शामिल है। उनपर भ्रष्टाचार का आरोप है।

पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट जब 85 साल के हुए थे तब उन्होंने फरवरी 2013 में पद से इस्तीफा दे दिया था और वह 600 साल के इतिहास में पोप का पद छोड़ने वाले पहले धर्मगुरु थे। इसके बाद फ्रांसिस के चुनाव का रास्ता प्रशस्त हुआ था।

उनसे पहले पोप जॉन पॉल द्वितीय का 84 वर्ष की आयु में और जॉन पॉल प्रथम का 65 साल की उम्र में निधन हो गया था। पॉल प्रथम केवल 33 दिन तक पोप के पद पर रहे थे। 20वीं सदी के सभी पोप का निधन 80 वर्ष की आयु या इससे पहले ही हो गया था। हालांकि पोप लियो 13वें का 1903 में 93 वर्ष की आयु में निधन हुआ था।

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