पंजाब सरकार के बजट सत्र के दूसरे दिन शनिवार को सीएम भगवंत मान ने अपने भाषण में वन विधायक वन पेंशन को ऐतिहासिक फैसला बताया। उन्होंने अपनी सरकार की तरफ से अब तक भ्रष्टाचार को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। मान के भाषण के बाद श्वेत पत्र जारी किया गया। जिसके बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक स्थगित कर दी गई।
इसी सत्र में आएगा एक विधायक एक पेंशन बिल
इससे पहले अपने भाषण में मान ने कहा कि मेरी सरकार ने अपने ही कैबिनेट मंत्री के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। मान ने कहा कि अब भ्रष्टाचार करने वालों को नहीं बचाया जाएगा और न ही खोखले वादे किए जाएंगे। हमने ‘एक विधायक-एक पेंशन’ कदम से एक मिसाल कायम की है। इसी सत्र में बिल पेश किया जाएगा। आप की विचारधारा का केंद्र बिंदु भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन है।
कांग्रेस ने किया वॉकआउट, बाजवा बोले- सीएम नहीं कर सकते विपक्ष का सामना
वहीं बोलने के लिए समय न मिलने पर कांग्रेस ने हंगामा किया और सभी सदस्य सदन के बाहर चले गए। नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि हम विधानसभा से वॉकआउट कर गए क्योंकि स्पीकर ने अपना वादा तोड़ा। चर्चा जारी रहनी थी और सीएम को जवाब देना था लेकिन उन्हें कुल्लू मनाली में तिरंगा यात्रा के लिए जाना है और अपने कार्यक्रम की सुविधा के लिए अध्यक्ष ने उन्हें अनुमति दे दी। सीएम के पास विपक्ष का सामना करने की ताकत नहीं है। वहीं कांग्रेस के सदन से वॉक आउट करने पर मुख्यमंत्री ने तंज कसा। कहा कि यह अभी 15-20 मिनट में पानी पीकर वापस आ जाएंगे। पहले भी यह ऐसा करते रहे हैं।
पठानकोट की लीची की तारीफ
इसके बाद भगवंत मान ने पठानकोट की लीची की तारीफ की। उन्होंने कहा कि वहां की लीची बहुत मीठी है। इसे मार्कफेड के जरिए अमेरिका तक पहुंचाएंगे। इससे किसानों को खूब फायदा होगा। मान ने कहा कि पराली को भी आमदनी का साधन बनाने के लिए सरकार पहल करेगी। सीएम मान ने नशे के खिलाफ किए गए कामों के बारे में भी जानकारी दी। इसके बाद इंकलाब जिंदाबाद के नारे के साथ मुख्यमंत्री ने अपना भाषण खत्म किया।