पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों द्वारा कश्मीर पर दिए बयानों के बाद एक बार फिर पंजाब कांग्रेस की कलह खुलकर सामने आ गई है। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसको लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। कैप्टन ने सिद्धू को अपने सलाहकारों को तुरंत बर्खास्त करने की बात कही। इसके बाद एक बार फिर पंजाब में शक्ति प्रदर्शन की होड़ लग गई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 50 से अधिक विधायकों और 8 सांसदों को डिनर पर बुलाया है।
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, दोपहर को हुई कैबिनेट बैठक से बृहस्पतिवार को कैप्टन के तीन मंत्री गायब रहे। तीनों मंत्रियों ने बुधवार को जरिए हरीश रावत से मिले लेकिन बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई कैबिनेट मीटिंग में शामिल नहीं हुए। इस बीच पार्टी नेताओं ने कहा कि 50 से अधिक विधायक और 8 सांसद कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सोढ़ी के घर पर आयोजित डिनर में शामिल हो रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि तृप्त राजिंदर बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा और सुखबिंदर सिंह सरकारिया तीनों मंत्री आज सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। इससे पहले भी कैप्टन को मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग के लिए केंद्रीय नेतृत्व से मिलने की योजना बनाई थी। उन्होंने पार्टी हाईकमान से यह कहते हुए कैप्टन को हटाने की मांग की कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सिंह की सरकार पिछले राज्य चुनावों से पहले किए गए अपने वादों को पूरा करने में विफल रही है, जिसने लोगों में नाराजगी है।