केंद्रीय मंत्री पारस ने अपने जीवन को खतरा बताया, ‘जेड प्लस’ सुरक्षा की मांग की

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता एवं केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर कहा है कि राजनीतिक साजिश की वजह से उनके जीवन को खतरा है और उन्हें जेड प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई जानी चाहिए. पारस ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें उनके मोबाइल फोन पर गालियां और धमकियां दी गई हैं और उन्होंने इसे लेकर दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.

उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद 23 अगस्त को बिहार स्थित हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र के उनके पहले दौरे के दौरान जनता से मिले भारी समर्थन की वजह से उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को झटका लगा है जो राजनीतिक साजिश के तहत हत्या की राजनीति कर रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि उनके प्रतिद्वंद्वियों की तरफ से कथित तौर पर भाड़े पर लिए गए लोगों के एक समूह ने उनके काफिले को काले झंडे दिखाए और मोबिल ऑयल भी फेंका. पारस ने अभिनंदन समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान खुद को एलजेपी के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान का वास्तविक राजनीतिक उत्तराधिकारी होने का दावा किया.

भतीजे चिराग पासवान के साथ केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की चल रही राजनीतिक लड़ाई

लोक जनशक्ति पार्टी पर नियंत्रण को लेकर केंद्रीय मंत्री की अपने भतीजे चिराग पासवान के साथ राजनीतिक लड़ाई चल रही है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के कुछ अन्य नेताओं को भी मोबाइल फोन पर गालियां और धमकियां मिली हैं. साथ ही उन्होंने इस संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा है. पारस ने कहा कि दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस दोनों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए.

हाल में हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में मंत्री बनाए गए पारस ने एलजेपी के चार अन्य सांसदों के समर्थन से दिवंगत रामविलास पासवान के बेटे और अपने भतीजे चिराग पासवान की जगह लोकसभा में पार्टी नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे.

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