पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन, यात्री हुए परेशान

पंजाब में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के रेल रोको आंदोलन के कारण 40 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इनमें कई मुख्य ट्रेनें शामिल हैं। दिसंबर में छुट्टियों में घूमने जाने वाले लोगों को इसके कारण अब अपना प्लान बदलना पड़ेगा। ट्रेनें रद्द होने की वजह से अब यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ेगी। 

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने कर्जमाफी और कई अन्य मांगों पर सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में रेल रोको आंदोलन शुरू किया है। किसानों ने रेल ट्रैक अनिश्चितकाल के लिए जाम कर दिया है। नई दिल्ली शताब्दी सहित आठ ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों से रवाना किया गया। ट्रेनें रद होने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 

फिरोजपुर मंडल के अनुसार सोमवार को प्रदेश भर के चार मुख्य रेल ट्रैक अमृतसर-ब्यास रेलखंड पर जंडियाला-मानावाला के बीच, जालंधर-पठानकोट रेलखंड पर टांडा उड़मुड़-खुड्डा कुराला के बीच, फिरोजपुर में बस्ती टैंकावाली आरयूबी के ऊपर और तरनतारन में अमृतसर -खेमकरण रेलखंड पर किसान धरने पर बैठे हैं। 

इसकी वजह से ट्रेनों का आवागमन प्रभावित हो चुका है। फिरोजपुर रेलवे डिवीजन ने अमृतसर और जम्मू से चलने वाली 40 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। 12 ट्रेनें सोमवार को रद्द की गईं थीं। वहीं 28 ट्रेनों को अनिश्चितकाल के लिए रद्द किया गया है।

अनिश्चितकाल के लिए अमृतसर से जयनगर (14650), अमृतसर से हावड़ा ( 13006), अमृतसर से मुंबई सेंट्रल (12904), अमृतसर से दरभंगा (15512), जम्मू तवी से वाराणसी (12238), जम्मू तवी से अजमेर (12414 ), जम्मू तवी से दिल्ली सराय रोहिला (12266), जम्मूतवी से कोलकाता (13152 ), जम्मूतवी से अहमदाबाद (19226 ), जम्मूतवी से नई दिल्ली (12426), जम्मूतवी से जैसलमेर (14646), जम्मूतवी से हावड़ा (12332), जम्मूतवी से पुणे (11078 ), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से पुरानी दिल्ली (14034), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली (12440), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली (12446), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से कन्याकुमारी (16318 ), श्री वैष्णो देवी कटड़ा से नई दिल्ली (22462 ) सहित 28 ट्रेनें रद्द कर दी गईं हैं।


पठानकोट-जम्मूतवी रेल सेक्शन ठप
किसान आंदोलन के चलते मंगलवार को दूसरे दिन भी पठानकोट-जम्मूतवी रेल सेक्शन पर ट्रेनों का आवागन पूरी तरह से ठप रहा। रेलवे को देश के कई राज्यों से जम्मूतवी और कटड़ा जाने वाली सभी 36 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। ट्रेनें रद्द होने के कारण पठानकोट सहित देश के कई राज्यों को जाने वाले यात्रियों और खासकर माता वैष्णो देवी के दर्शन को आए श्रद्धालुओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

ट्रेन शुरू होने के इंतजार में शहर के कैंट स्टेशन पर फंसे यात्रियों को विश्राम गृह अथवा प्लेटफार्म पर रहकर रात बितानी पड़ी। ट्रेनें रद्द होने के कारण सिटी व कैंट रेलवे स्टेशन से 429 यात्रियों को 1.92 लाख रुपये रिफंड किया गया। पठानकोट-अमृतसर और पठानकोट-जोगिंदरनगर रेल सेक्शन पर सभी रेलगाड़ियां अपने र्निधारित समय पर रवाना हुईं। 

जम्मू-कश्मीर जाने वाली बसों में भारी भीड़
लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द होने के कारण बसों में यात्रियों की संख्या दोगुनी हो गई। पठानकोट में फंसे यात्री यहां से लुधियाना तक बसें पकड़कर गंतव्य की और जा रहे हैं, वहीं देश के विभिन्न राज्यों से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालु जम्मू तक बसों में जाने को मजबूर हैं। मंगलवार को बस स्टैंड पर जम्मू और लुधियाना की बसें काउंटर पर लगने से पहले ही पूरी तरह से भर गईं। बसों में सीट पाने को लेकर मारामारी की स्थिति बनी रही।

 
यात्री हुए परेशान
पठानकोट से उज्जैन जाने वाले अमन कुमार, संजय सेठ ने बताया कि वह माता वैष्णो देवी के दर्शन कर सोमवार दोपहर पठानकोट कैंट पहुंचे। उनकी मालवा सुपरफास्ट में बुकिंग थी लेकिन ट्रेन रद्द हो गई। उन्होंने कहा कि अब बस वाले प्रत्येक यात्री 1500 रुपये मांग रहे हैं। उनके पास इतने पैसे है नहीं जिस कारण उनके पास ट्रेन सुविधा शुरू होने के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। माता वैष्णो देवी के दर्शन कर परिवार समेत वापस अपने घर ग्वालियर जाने वाले विवेक कुमार वरतन जैन ने बताया कि सोमवार को मालवा सुपरफास्ट से सुबह 12.10 बजे पहुंच गए। जहां ट्रेन को रोक दिया और शाम को वापस कटड़ा भेज दिया गया। कहा कि वह रात भर ट्रेन शुरू होने का इंतजार करते रहे परंतु रेल सेवा बहाल नहीं हो पाई। ठंड के मौसम में उन्हें रात गुजारना मुश्किल हो गया लिहाजा, रात को उन्हें रेलवे के वेटिंग हाल में ही रात बितानी पड़ी।

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