ओडिशा के बालासोर (Odisha Train Accident) में शुक्रवार देर शाम हुए भीषण रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। 747 यात्री घायल हैं, 56 की हालत गंभीर है। ट्रेन एक्सीडेंट के बाद से विपक्ष हमलावर है। विपक्षी पार्टियों के नेता रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini vaishnaw) से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस पर रेल मंत्री का जवाब आया है। अश्विनी वैष्णव ने कहा, कि ये वक्त राजनीति का नहीं है। मेरे पास संवेदना व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं। यहीं रहूंगा।’
आपको बता दें, कि बालासोर रेल हादसा स्थल पर शनिवार (03 जून) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे थे। घायलों से मिलने वो बालासोर अस्पताल भी गए। अस्पताल में घायलों से मिलने के बाद मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, हादसा बेहद दर्दनाक और विचलित करने वाला था। हमारी सरकार घटना में मारे गए यात्रियों और घायलों के परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने ओडिशा सरकार को राहत और बचाव कार्य में तत्परता दिखाने के लिए शुक्रिया जताया।
अश्विनी वैष्णव- मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, यहीं हूं
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने रेल हादसे को लेकर हो रही इस्तीफे की मांग पर कहा, ‘यह राजनीति करने का समय नहीं है। अभी राहत और बचाव के कार्य में जुटे हैं। लोगों के साथ खड़े होने का वक्त है। हमारा पूरा ध्यान रेस्क्यू पर है। पूरी ताकत के साथ काम कर रहे हैं। मैं कहीं नहीं जा रहा हूं, यहीं हूं। बचाव कार्य बहुत तेजी से चल रहा है।’
शरद पवार ने दिलायी शास्त्री जी के इस्तीफे की याद
कोरोमंडल एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने पर महाराष्ट्र की प्रमुख पार्टी एनसीपी के चीफ शरद पवार का बयान आया। पवार ने कहा कि, इस दुर्घटना की विस्तार से जांच होनी जरूरी है। तभी सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने पुरानी मिसाल भी दी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुखिया ने कहा कि, ‘जब लाल बहादुर शास्त्री रेल मंत्री थे और उनके कार्यकाल में दूसरी रेल दुर्घटना हुई थी तब तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू उनके इस्तीफे के खिलाफ थे। बावजूद शास्त्री जी ने इस्तीफा दिया था।’
ममता बनर्जी ने जताई साजिश की आशंका
इस रेल हादसे पर सबसे सक्रिय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नजर आईं। शनिवार को वो ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे वाली जगह पर भी पहुंचीं। राहत और बचाव कार्य की जानकारी लेने के लिए वो मौके पर गई थीं। उन्होंने पीड़ित परिवार को दो-दो लाख मुआवजा देने के भी ऐलान किया। ममता बोलीं, ‘ये सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है। इसकी उचित जांच होनी चाहिए। इसके पीछे साजिश की आशंका है। सच्चाई सामने आनी चाहिए।’
हनुमान बेनीवाल बोले- रेल मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) प्रमुख और सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव में जरा सी भी नैतिकता बची है तो इस अक्षम्य अपराध के लिए उन्हें अपने पद से त्याग पत्र देना चाहिए। साथ ही, देश की जनता से ये कहते हुए माफी मांगनी चाहिए कि वो अयोग्य, अकर्मण्य और नाकारा रेल मंत्री हैं। ट्रेनों को दुर्घटना से बचाने के लिए एक सुरक्षा कवच का विडियो जारी करते हुए रेल को दुर्घटनाओं से बचाने का झूठा दावा करने वाले रेल मंत्री के कार्यकाल में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे रेलवे के काले अध्याय के रूप में लिखी जाएगी। जिस सुरक्षा कवच की बात रेल मंत्री ने विगत महीनों में वीडियो जारी कर कही, वो सुरक्षा कवच दुर्घटनाग्रस्त हुई ट्रेनों में था या नहीं और था तो इसकी सीबीआई से जांच होनी चाहिए।’