राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा गुरुवार को दौसा में आयोजित एक बैठक में नाराज हो गए। उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकरा लगाई। बैठक में उन्होंने जिला परिषद के सीईओ को बाहर जाने (गेट आउट) के लिए भी कह दिया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा दौसा कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। इस दौरान उन्होंने जिला परिषद के सीईओ से विधायक निधि की मंजूरी को लेकर सवाल किया, लेकिन सीईओ ने उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिससे वह नाराज हो गए और उन्हें गेट आउट कह दिया। जिसके बाद जिला परिषद सीईओ अपनी फाइलों को समेटते हुए बाहर निकल गए।
इस बैठक में मंत्री मीणा पुलिस अधिकारियों को भी जमकर फटकार लगाई। उन्होंने दौसा जिले की मंडावरी थाने की पुलिस को निकम्मा तक बता दिया। मंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों की सुस्त कार्यप्रणाली के कारण इलाके के लोग बेहद नाराज हैं।
दरअसल, पुलिस अधिकारियों और मंडावरी थाने के पुलिसकर्मियों पर मंत्री की नाराजगी की एक बड़ी वजह है। बीते दिनों मंडावरी कस्बे में आठ बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। बदमाश खेतों के तार काटते हुए डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए आबादी क्षेत्र में पहुंचे थे। वह कई घंटे तक कस्बे में उत्पात मचाते रहे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि दावा किया गया है वारदात के समय पुलिसकर्मी गश्त कर रहे थे।
बदमाशों को पकड़ने के लिए कस्बे के लोग ही उनसे भिड़ गए, लेकिन वह फायर कर वहां से फरार हो गए। हैरानी की बात यह भी थी कि काफी देर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे तो उनके साथ बदमाशों का मुकाबला करने के लिए हथियार भी नहीं थे। वारदात के अगले दिन भी मंत्री मीणा ने काफी नाराजगी जताई थी। गुरुवार को मंत्री दौसा कलेक्ट्रेट में रिव्यू बैठक के लिए पहुंचे थे। इस दौरान एक बार फिर उनका गुस्सा देखने को मिला। बात दें कि इस बैठक में जिला कलेक्टर कमर चौधरी, एसपी संजीव नैन सहित अन्य आला अधिकारी मौजूद थे।