हिन्दू के ध्रार्मिक देवी देवताओं के संबंध में आपत्तिजनक बयान देने वाले डेहरी के राजद विधायक फतेह बहादुर ने फिर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने पहले देवी दुर्गा पर आपत्तिजनक बातें कही थी और अब दस फीसदी हिन्दुओं को खतरनाक बताया है। उन्होंने कहा कि कहने वाले कहते हैं कि सभी हिंदू एकजुट हो जाएं क्योंकि इन्हें मुसलमानों से बहुत ज्यादा खतरा है। लेकिन, सच्चाई यह है कि इन वर्गों के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा 10 फीसदी हिंदुओं से ही है।
10 फीसदी हिन्दुओं से है खतरा,रहें सावधान
डेहरी में एक कार्यक्रम के दौरान राजद विधायक फतेह बहादुर बोलते बोलते फिर उनकी जुबान फिसल गई और हिन्दू के खिलाफ अनर्गल बातें कहने लगे।
राजद विधायक फतेह बहादुर ने कहा कि देश के 72 फीसदी हिंदू पिछड़े हैं, जिसमें एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के लोग शामिल हैं। उन्हें अपनों से ज्यादा खतरा है।फतेह बहादुर ने कहा कि एक पार्टी लगातार हिंदुओं को एकजुट होने का नारा लगाती है। पार्टी के द्वारा कहा जाता है कि सभी हिंदू एकजुट हो जाएं क्योंकि इन्हें मुसलमानों से बहुत ज्यादा खतरा है, जबकि सच्चाई यह है कि इन वर्गों के लोगों को सबसे ज्यादा खतरा 10 फीसदी हिंदुओं से ही है। ये लोग सत्ता पर काबिज हैं और मजबूत पोजिशन में बैठे। यह लोग स्वभाव से मनुवादी हैं। विधायक ने कहा कि कभी 72 फीसदी वाले हिंदुओं पर इन्हीं लोगों ने गोबर और पत्थर फेंके थे और रिझाने के लिए आज कहते हैं कि सभी हिंदू एक हो जाओ। उनका यह बयान आज सवर्णों के विरोध के रूप में दिख रहा है।
राजद विधायक ने दिया था विवादित बयान
राजद विधायक फतेह बहादुर ने विवादित बयान देते हुए कहा था कि महिषासुर समाजवादियों के राजा थे इसलिए मनुवादी विचारधारा के लोगों द्वारा महिषासुर राजा को गलत दिखाया गया है। महिषासुर की हत्या से पूर्व सभी देवता जब विराजमान थे तो उन लोगों ने महिषासुर का वध क्यों नहीं किया? उन्होंने कहा कि दुर्गा की उत्पत्ति कर महिषासुर की हत्या करने का साजिश रची गई। उन्होंने यह भी कहा कि उन सभी देवताओं के पास शक्ति नहीं थी जो उन्होंने देवी दुर्गा का आविष्कार महिषासुर की हत्या की। उन्होंने दलील देते हुए कहा कि मेरे द्वारा जो भी बयान दिए गए हैं वह तथ्य के आधार पर हैं और मनुवादियों द्वारा जो ग्रंथ में लिखा गया है वह सिर्फ काल्पनिक है।