रोजगार देने में सक्षम उद्योगपतियों, व्यवसायियों की सूची बनाएगा आरएसएस

देश में बढ़ रही बेरोजगारी को लेकर आरएसएस भी गंभीर हो गया है। इस समस्या से निपटने के लिए वह अपने सामर्थ्यवान स्वयंसेवकों को आगे लाएगा, जोकि लोगों को रोजगार देंगे। संगमनगरी के गौहनिया में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में दूसरे दिन स्वदेशी के साथ छोटे उद्योगों को बढ़ावा दिए जाने की वकालत की गई।

वात्सल्य परिसर में चल रही बैठक में सोमवार को तमाम पदाधिकारियों ने एक मत से राय दी कि ऐसे लोग जो संघ की रीति-नीति के प्रति अपना झुकाव रखते हैं, उनसे स्वयंसेवक मुलाकात करें। ऐसे व्यवसायी, सामर्थ्यवान लोग, उद्योगपतियों को इस बात के लिए प्रेरित किया जाए कि वह बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवाएं। बैठक में कोरोना काल के दौरान गई लोगों की नौकरियों को लेकर चर्चा हुई। हालांकि यह भी बताया कि बीते एक वर्ष केदौरान हालात में सुधार भी हुआ है। इस बात पर भी चर्चा हुई कि लोगों को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाए। यह भी कहा कि संघ के ऐसे सामर्थ्यवान स्वयंसेवक जो रोजगार देने में सक्षम हैं, वह भी इस दिशा में मिसाल पेश करें। बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय एवं प्रांत प्रचारकों के माध्यम से ऐसे सामर्थ्यवान लोगों की सूची भी अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के बाद नागपुर भेजी जाएगी। 

युवा स्वयंसेवकों से भी कहा जाएगा कि वे भी विभिन्न परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के बीच में जाकर उन्हें सरकार की स्टार्टअप योजना के बारे में विस्तार से समझाएं, ताकि आत्मनिर्भर भारत की ओर देश तेजी से अपने कदम बढ़ाए। विद्यार्थियों की शिक्षा और मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने वाले कार्य के लिए भी स्वयंसेवकों के प्रयास बढ़ाए जाने पर बल दिया गया।

Prayagraj News :  संघ की बैठक में मौजूद पदाधिकारी।

संघ का साप्ताहिक कुटुंब बैठक पर जोर
संघ की अखिल भारतीय  कार्यकारी मंडल की बैठक में कुटुंब परंपरा के बढ़ावे पर भी जोर रहा। बैठक में चर्चा हुई कि साप्ताहिक कुटुंब बैठकें ज्यादा से ज्यादा हों। दरअसल संघ परिवार का मानना है कि भारतीय संस्कृति में संयुक्त परिवार की परंपरा रही है। लेकिन वर्तमान दौर में संयुक्त परिवार की परंपरा की जगह हिंदुओं में विघटन हो रहा है। कोरोना काल में संघ की ओर से कुटुंब शाखाओं का भी इसी वजह से लगातार आयोजन किया गया। इसका असर यह रहा कि लोगों के पारिवारिक रिश्ते में ज्यादा गहराई आई। अब संघ का जोर है कि साप्ताहिक कुटुंब का सिलसिला बढ़ाया जाए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here