मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार फिर किसानों से जुड़े मुद्दे पर बयान को लेकर विवादों में हैं। दादरी में दिए बयान पर पूरे देश में फजीहत होने के बाद सत्यपाल मलिक ने यूटर्न लेते हुए सफाई दी है। यद्यपि वीडियो पर हो रहे वायरल वक्तव्य में वे भाजपा के दोनो शीर्ष नेताओं के विरुद्ध अप शब्द बोलते हुए स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं।
उनका एक वीडियो कांग्रेस ने शेयर किया था जिसमें वह कहते नजर आ रहे हैं, जब मैं किसानों के मुद्दे पर पीएम मोदी से मिलने गया तो वह जिद पर अड़े रहे और पांच मिनट के भीतर ही उनसे मेरी लड़ाई हो गई।
मलिक ने दी सफाई
एनडीटीवी से बात करते हुए मलिक ने स्पष्ट किया कि अमित शाह मोदी जी का बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि लोग प्रधानमंत्री को गुमराह करते हैं। एक दिन पीएम इसे (तीन कानूनों के साथ किसानों के विवाद) को समझेंगे। उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि अमित शाह ने गलत इरादे से प्रधानमंत्री के बारे में कुछ नहीं कहा था। उन्होंने मुझे केवल इतना कहा था कि मेरी चिंताओं को समझा जाएगा।
मलिक ने वीडियो में दावा किया कि मोदी यह मानने को तैयार नहीं थे कि पिछले साल केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की मौत उनकी वजह से हुई और इसके बजाय उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने के लिए कहा। मलिक को वीडियो क्लिप में यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि जब वह शाह से मिले तो उनसे कहा कि लोगों ने उनके (मोदी की) विजन को धूमिल कर दिया है और मुझे प्रधान मंत्री से मिलते रहना चाहिए।