पंजाब के जालंधर में शिरोमणि अकाली दल के नेताओं का कहना है कि अमृतपाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उसे भगोड़ा बताने के लिए किसी विदेशी सरहद से गिरफ्तारी दिखाकर सरकार और एजेंसियां वाहवाही लूटना चाहती हैं। हालांकि इस दौरान नेताओं ने बिक्रम मजीठिया के उस बयान पर चुप्पी साध ली, जिसमें उन्होंने अमृतपाल को 10 मिनट में बंदे का पुत बना देने की बात कही थी।
शिरोमणि अकाली दल के देहात प्रधान पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला, शहरी प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण और अन्य नेताओं ने कहा कि केंद्र, पंजाब सरकार और एजेंसियां मिलकर सिखों को आतंकी कहने से गुरेज नहीं कर रहीं। अमृतपाल और सिखों को आतंकी कहना बंद करो। नेताओं ने कहा कि अमृतपाल ने छोटी सी गलती की थी और सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाकर उसे देशद्रोही बता दिया लेकिन नशा छुड़ाओ केंद्र में युवाओं का इलाज और अमृतपान करवाने वाला साधारण से परिवार का युवक नजरअंदाज कर दिया।
अमृतपाल ने गलती जरूर की थी जिसकी सजा मिलनी चाहिए थी। हम खालिस्तान के समर्थन को गलत मानते हैं लेकिन इस तरह की कार्रवाई से ही युवा बागी होकर अपनों को ही नुकसान पहुंचाने लगते हैं। अमृतपाल के थाना घेरने पर एनएसए लगा दिया और जेलों में बंद गैंगस्टर सरेआम मारने की धमकमी दे रहे हैं। केजरीवाल कह रहे है कि कानून-व्यवस्था के लिए कुछ भी करेंगे तो जेल में बंद गैंगस्टरों पर भी एनएसए लगाकर गोली मार देनी चाहिए। पंजाब सरकार ने केंद्र और एजेंसियों का सहारा लेकर पंजाबियत और सिख कौम को बदनाम किया। अकाली दल के नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार ने प्रदेश में दहशत का माहौल बना दिया है।