फीफा विश्व कप के 92 साल के इतिहास में ऐसा संयोग सिर्फ एक बार बना है, जब पिछली बार की फाइनलिस्ट टीमों ने एक साथ विश्व कप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया या टॉप चार टीमों में स्थान बनाया है। गत विजेता फ्रांस और उपविजेता क्रोएशिया दोनों इस बार सेमीफाइनल में पहुंचे हैं।इससे पहले ऐसा 32 साल पहले हुआ था जब 1986 की विजेता अर्जेंटीना और उपविजेता पश्चिम जर्मनी ने 1990 के विश्व कप में एक साथ सेमीफाइनल में प्रवेश किया। यही नहीं उस दौरान इन दोनों टीमों ने फाइनल में भी जगह बनाई, जहां दिग्गज लोथार मथायस की कप्तानी में पश्चिम जर्मनी ने महान डिएगो माराडोना की अगुवाई वाली अर्जेंटीना को 1-0 से हराकर न सिर्फ खिताब जीता बल्कि 1986 के फाइनल की हार का बदला भी ले लिया।

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फ्रांस-क्रोएशिया के सामने 1990 की उपलब्धि दोहराने की चुनौती
यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है कि फीफा विश्व कप के इतिहास में पिछली बार की फाइनलिस्ट टीमों के अगले विश्व कप में एक साथ सेमीफाइनल में पहुंचने का यह सिर्फ दूसरा मौका है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि फ्रांस और क्रोएशिया इस बार भी फाइनल में पहुंचने की उपलब्धि हासिल कर पाती हैं या नहीं।पिछली बार 1990 में जब ऐसा हुआ तब अर्जेंटीना और पश्चिम जर्मनी ने फाइनल में प्रवेश किया। 1986 के फाइनल में माराडोना की अगुवाई में अर्जेंटीना ने पश्चिम जर्मनी को 3-2 से हराया था, लेकिन 1990 के फाइनल में पश्चिम जर्मनी ने अर्जेंटीना को आंद्रियास ब्रेहमे की गोल की बदौलत हराया।

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अब तक पांच टीमें ही लगातार दो विश्व कप के फाइनल में पहुुंची हैं
वहीं फ्रांस और क्रोएशिया के सामने लगातार दो विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली छठी और सातवीं टीम बनने का मौका है। अब तक पांच टीमें इटली (1934, 1938 दोनों बार विजेता), ब्राजील (1958, 1962 दोनों बार विजेता), नीदरलैंड (1974, 1978 दोनों बार उपविजेता), पश्चिम जर्मनी (1982, 86 दोनों बार उपविजेता, 1990 विजेता), अर्जेंटीना (1986 विजेता, 1990 उपविजेता), ब्राजील (1994 विजेता, 1998 उपविजेता, 2002 विजेता) ही यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं। इनमें ब्राजील और जर्मनी ऐसी दो टीमें जो लगातार तीन विश्व कप के फाइनल में पहुंची हैं। नीदरलैंड ही एकमात्र टीम है जो लगातार दो बार फाइनल में पहुंची, लेकिन दोनों बार उसे हार का सामना करना पड़ा।