बिहार में विधानसभा चुनाव अब एक महीने से भी कम समय में होने हैं और राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। इस बीच, चुनाव आयोग ने प्रचार सामग्री में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के गलत इस्तेमाल को लेकर सभी पार्टियों को चेतावनी दी है।
आयोग ने गुरुवार को जारी बयान में स्पष्ट किया कि कोई भी पार्टी या उम्मीदवार AI से बनाई गई वीडियो, ऑडियो या इमेज का प्रचार करते समय इसे स्पष्ट रूप से “AI-जनरेटेड” या “सिंथेटिक” बताने के निर्देशों का पालन करें। आयोग ने चेताया कि यदि कोई दल सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों पर फर्जी या भ्रामक जानकारी फैलाने के लिए AI का गलत इस्तेमाल करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव आयोग ने कहा कि सोशल मीडिया की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है, ताकि कोई भी पार्टी चुनावी माहौल को प्रभावित करने की कोशिश न कर सके। आयोग ने यह भी याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव में भी AI के दुरुपयोग को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए गए थे और यह कदम चुनाव की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है।
इस बार बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण में 6 नवंबर को 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी। राज्य में कुल 7.43 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिनमें करीब 14 लाख नए मतदाता भी शामिल हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे।
इस चेतावनी के साथ चुनाव आयोग ने सभी दलों और उम्मीदवारों से यह भी अपील की है कि वे AI का जिम्मेदार और पारदर्शी तरीके से उपयोग करें, ताकि चुनावी प्रक्रिया पर किसी भी तरह का नकारात्मक प्रभाव न पड़े।