मोतिहारी साइबर थाना ने पाकिस्तान और नेपाल कनेक्शन वाले एक बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए 6 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने 10 महंगे स्मार्टफोन, 8 एटीएम कार्ड, 15 अलग-अलग बैंक के पासबुक, अलग-अलग कंपनियों के 19 सिम कार्ड और नगदी बरामद की है.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अभिमन्यु कुमार उर्फ लालू, मोहम्मद इमामुद्दीन अंसारी, कयूम अंसारी, सज्जाद आलम, सरवर सुल्तान, और मनोहर आलम के रूप में हुई है. यह सभी पूर्वी चंपारण जिला के पहाड़पुर थाना क्षेत्र के सिसवा गांव के निवासी हैं. सभी आरोपी लंबे समय से इस फ्रॉड के कार्य में सक्रिय थे. पुलिस जांच में यह सामने आया कि मोहम्मद इब्राहिम नाम का एक युवक नेपाल में रहकर पाकिस्तानी और नेपाल की सिम के जरिए साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क को चला रहा था.
पुलिस को मिल रही थीं फ्रॉड की शिकायतें
मोहम्मद इब्राहिम पूर्वी चंपारण जिले के अलग-अलग क्षेत्र के युवकों को पैसे का लालच देकर अपने गिरोह में शामिल करता. फिर उनको धोखाधड़ी के अलग-अलग तरीके सिखाता था. मोतिहारी साइबर थाना पुलिस को लगातार लोगों से साइबर फ्रॉड की शिकायतें मिल रही थी. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद पुलिस ने वैज्ञानिक पद्धति से जांच शुरू की. जांच के दौरान तो पुलिस को पता चला कि इस पूरे गिरोह का संचालनकर्ता भारत नहीं बल्कि पाकिस्तान और नेपाल की सिम से इस साइबर फ्रॉड के नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा था.
पुलिस के हाथ लगे करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन के सबूत
इसके बाद पुलिस इस मामले में आगे की तफ्तीश में जुट गई. अब मामले में आरोपियों से पूछताछ के बाद करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन के सबूत साइबर थाना पुलिस को मिले हैं. पुलिस को पता चला है कि साइबर फ्रॉड से अर्जित पैसों को आरोपी बिनेंस ऐप और क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज ऐप के प्लेटफार्म पर खपाते थे.
पुलिस को जांच में ये भी पता चला है कि गिरफ्तार किए गए युवकों पर विभिन्न राज्यों में शिकायत दर्ज है. इसके बाद अब पुलिस सभी अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास को पूरी तरह खंगाल रही है.