मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गयाजी में पीएम मोदी के कार्यक्रम के दौरान लालू-राबड़ी राज की याद दिलाते हुए बिहार की वर्तमान प्रगति का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति बहुत खराब थी, महिलाओं और मुस्लिमों के लिए कोई विशेष काम नहीं हुआ करता था, लेकिन उनकी सरकार बनने के बाद हर वर्ग के लिए योजनाएं लागू की गईं और अब स्थिति सुधरी है। उन्होंने बताया कि आज 13,000 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन किया जा रहा है, जिससे बिहार को व्यापक लाभ मिलेगा। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया।
नीतीश कुमार ने कहा कि गया और बोधगया में पहले व्यवस्थाओं की स्थिति खराब थी, लेकिन अब फल्गु नदी पर ‘सीता सेतु’ का निर्माण हुआ है और बोधगया में ‘महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र’ स्थापित किया गया है। गया का नाम बदलकर ‘गयाजी’ किया गया है।
मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 24 नवंबर 2005 से पहले कोई ठोस विकास कार्य नहीं हुआ, लेकिन उनकी सरकार के आने के बाद शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली सहित हर क्षेत्र में योजनाबद्ध विकास हुआ। वृद्धजन, दिव्यांग और विधवा महिलाओं की पेंशन ₹400 से बढ़ाकर ₹1,100 कर दी गई, जिससे 1.12 करोड़ लाभार्थियों को लाभ मिला।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में ‘हर घर बिजली’ योजना के तहत सभी घरों तक बिजली पहुंचाई गई और अब यह पूर्णतः निःशुल्क होगी। पिछले वर्षों में 10 लाख सरकारी नौकरियां और 39 लाख रोजगार उपलब्ध कराए गए, चुनाव से पहले यह संख्या 50 लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य है। आगामी पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का संकल्प लिया गया है।
नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में नए उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा और केंद्र सरकार से विशेष सहयोग मिल रहा है। फरवरी 2025 के बजट में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट और कोसी क्षेत्र के विकास हेतु विशेष राशि आवंटित की गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गों के लिए विकास कार्य किए जा रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी का पुनः अभिनंदन किया।