पश्चिम बंगाल की सत्तासीन पार्टी तृणमूल कांग्रेस में अंदरुनी जंग छिड़ गई है। दरअसल, जहां भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी लगातार पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल होने के लिए मुकुल रॉय की सदस्यता रद्द करने की मांग कर रहे हैं, वहीं अब रॉय के विरोध में टीएमसी के ही एक कद्दावर नेता भी उतर आए हैं।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और राज्य महासचिव कुणाल घोष ने शुक्रवार को मांग उठाई कि भाजपा छोड़कर टीएमसी में आए मुकुल रॉय की गिरफ्तारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुकुल रॉय भाजपा के नेता हैं और उनका नाम शारदा और नारदा घोटाले में भी आया है। इसलिए उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए।
घोष ने ट्विटर पर लिखा, “सीबीआई और ईडी को ‘भाजपा नेता’ मुकुल रॉय को शारदा और नारदा घोटाले में गिरफ्तार कर लेना चाहिए। मैंने पहले ही इस बारे में उन्हें चिट्ठी लिखी और रॉय के खिलाफ साझा जांच की मांग की है। वे एक प्रभावशाली साजिशकर्ता हैं। उन्होंने अलग-अलग पार्टियों को सिर्फ अपनी निजी सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया है। मुकुल रॉय को बख्शा नहीं जाना चाहिए।”
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तक भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की भूमिका में रह चुके मुकुल रॉय ने टीएमसी की जीत के बाद ममता का साथ थाम लिया था। उनकी विधायकी के खिलाफ भाजपा के नेता सुवेंदु अधिकारी ने विधानसभा में याचिका भी डाली थी। उन्होंने चुनाव के बाद दल-बदलने के लिए दलबदल विरोधी कानून के तहत मुकुल रॉय को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने का आग्रह किया था। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने शुक्रवार को उनकी याचिका खारिज कर दी।