छत्तीसगढ़ की नई पहचान बनने जा रही अत्याधुनिक विधानसभा भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 नवंबर को करेंगे। यह इमारत राज्य की पारंपरिक कला, संस्कृति और आधुनिक तकनीक का अनोखा संगम मानी जा रही है। इसी अवसर पर प्रधानमंत्री सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी 14,260 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास भी करेंगे।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आधुनिकता का संगम
324 करोड़ रुपये की लागत से बनी यह नई विधानसभा बिल्डिंग पारंपरिक कला और आधुनिक इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट उदाहरण है। अधिकारियों के अनुसार, इसका डिजाइन “धरती धुरंधर” के सार को दर्शाता है — ऐसी भूमि जो अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी है, लेकिन आधुनिक विकास की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। मुख्य हॉल की छत पर चावल के दानों और पत्तियों की नक्काशी राज्य की ‘भारत का चावल का कटोरा’ के रूप में पहचान को उजागर करती है, जबकि बस्तर के कारीगरों द्वारा बनाए गए दरवाज़े और फर्नीचर इस इमारत में स्थानीय कला की छाप छोड़ते हैं।
तीन विंग में बंटी है नई विधानसभा
नई विधानसभा का परिसर तीन हिस्सों में विभाजित है। विंग A में असेंबली सचिवालय, विंग B में मुख्य चैंबर, सेंट्रल हॉल, मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष के कार्यालय हैं, जबकि विंग C में मंत्रियों के दफ्तर हैं। इसके अलावा, 500 सीटों वाला ऑडिटोरियम और 100 सीटों वाला सेंट्रल हॉल भी तैयार किया गया है।
ऊर्जा-कुशल और पेपरलेस असेंबली
नई विधानसभा को ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुसार बनाया गया है। इसमें सौर ऊर्जा उत्पादन और वर्षा जल संचयन की व्यवस्था की गई है। यह असेंबली पूरी तरह पेपरलेस प्रणाली पर काम करेगी, जिससे डिजिटल गवर्नेंस को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री की सौगातें — 14,260 करोड़ की परियोजनाएं
प्रधानमंत्री मोदी छत्तीसगढ़ के लिए 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इनमें सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने के लिए वे नौ जिलों में 12 नए स्टार्ट-अप विलेज एंटरप्रेन्योरशिप प्रोग्राम (SVEP) ब्लॉक शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 3 लाख से अधिक लाभार्थियों को 1,200 करोड़ रुपये की किस्त भी जारी की जाएगी।
कनेक्टिविटी और ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा निवेश
राज्य में संपर्क बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री पथलगांव-कुनकुरी से छत्तीसगढ़-झारखंड सीमा तक चार-लेन वाले ग्रीनफील्ड हाईवे की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना 3,150 करोड़ रुपये की लागत से भारतमाला योजना के तहत तैयार होगी और राज्य के कोयला व औद्योगिक क्षेत्रों को जोड़ेगी।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री NH-130D और NH-130C के उन्नयन की आधारशिला रखेंगे, जिससे आदिवासी और दूरस्थ क्षेत्रों में सड़क सुविधा में बड़ा सुधार होगा।
पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को नई ऊर्जा
प्रधानमंत्री 3,750 करोड़ रुपये से अधिक की ऊर्जा क्षेत्र परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे, जिनमें ER-WR इंटरकनेक्शन प्रोजेक्ट शामिल है। इससे देश के पूर्वी और पश्चिमी पावर ग्रिड के बीच 1,600 मेगावॉट की अतिरिक्त बिजली ट्रांसफर क्षमता बढ़ेगी।
साथ ही, रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (RDSS) के तहत 1,860 करोड़ रुपये के कार्य पूरे किए जाएंगे, जिनमें नई बिजली लाइनें, ट्रांसफार्मर और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को सशक्त बनाने के कार्य शामिल हैं।
अधिकारियों के अनुसार, “नई विधानसभा सिर्फ एक भवन नहीं, बल्कि 3 करोड़ छत्तीसगढ़वासियों के सपनों और विकास की दिशा में उठाया गया प्रतीकात्मक कदम है।”