लखनऊ। दिल्ली में हाल ही में हुए बम धमाके के बाद आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की जांच लगातार जारी है। बुधवार को एटीएस की टीम ने लखनऊ और सहारनपुर में कुछ डॉक्टरों और उनके संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों से लंबी पूछताछ की। सूत्रों के अनुसार, आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने के संदेह में 10 से अधिक लोगों से जांच की गई।

एटीएस ने पूछताछ के बाद संदिग्धों को जाने की अनुमति दी। इसमें तीन-चार डॉक्टर भी शामिल थे। फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. शाहीन और सहारनपुर से पकड़े गए जम्मू-कश्मीर निवासी डॉ. अदिल के संपर्क में रहे कई अन्य युवकों को गुरुवार को भी तलब किया गया है। एटीएस अपनी जांच में डाक्टरों की बी-टीम को लेकर भी पड़ताल कर रही है।

दिल्ली धमाके के बाद 11 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने लखनऊ में डॉ. शाहीन के पैतृक आवास और उनके भाई डॉ. परवेज के घर पर भी गहन तलाशी ली थी। डॉ. परवेज के घर से तीन कीपैड मोबाइल फोन, एक हार्ड डिस्क और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए थे। इससे पहले, जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन वाले पोस्टर लगाने के मामले में 6 नवंबर को डॉ. अदिल को सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया था।

एटीएस के अनुसार, संदिग्धों के मोबाइल नंबरों के जरिए अब तक 400 से अधिक संभावित लोगों की पहचान की जा चुकी है और उनकी भूमिका की जांच जारी है। एनआईए भी जल्द ही डॉ. शाहीन और डॉ. अदिल को लखनऊ ले सकती है। जांच एजेंसियों का संदेह है कि डॉ. शाहीन अगस्त में दो दिनों के लिए लखनऊ विशेष उद्देश्य से आई थी, और उसकी यात्रा इतिहास की भी पड़ताल की जा रही है।