दिवाली और धनतेरस से ठीक पहले 20 अक्टूबर की शाम दिल्ली और एनसीआर में सड़कों पर जबरदस्त ट्रैफिक का नज़ारा देखने को मिला। राजधानी के प्रमुख क्षेत्रों जैसे मूलचंद फ्लाईओवर, आईटीओ, मोती बाग और चाणक्यपुरी में गाड़ियों की रफ्तार लगभग थम सी गई। इसी तरह गुरुग्राम में भी कई इलाकों में जाम की स्थिति बनी रही, खासकर इफ्को चौक के आस-पास।
त्योहारी सीज़न में बाजारों की रौनक चरम पर है। लोग सुबह से ही खरीदारी के लिए दुकानों का रुख कर रहे हैं। मिठाइयों, परिधानों, आभूषणों, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं और सजावटी सामान की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है। चूंकि 18 नवंबर को धनतेरस है, इसलिए बाजारों में लोगों की भीड़ और ट्रैफिक का दबाव दोनों और बढ़ गया है।
दिल्ली-एनसीआर में शाम होते-होते कई जगहों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। लोग ऑफिस से घर लौट रहे थे या त्योहार से पहले जरूरी सामान लेने निकले थे, जिससे ट्रैफिक और ज्यादा बिगड़ गया। कई सड़कों पर वाहन धीरे-धीरे सरकते रहे, वहीं कुछ जगहों पर रुक-रुक कर ही ट्रैफिक आगे बढ़ पाया।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर भी कई यूज़र्स ने जाम के हालात के वीडियो साझा किए, जिनमें दिख रहा है कि सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई हैं। आईटीओ और मूलचंद जैसे क्षेत्रों में स्थिति सबसे गंभीर रही, जहां जाम ने लोगों को घंटों फंसा कर रखा।
गुरुग्राम में इफ्को चौक के पास स्थिति कुछ अलग नहीं थी। त्योहार के चलते बढ़ती खरीदारी और भीड़भाड़ के कारण ट्रैफिक का असर यहां भी साफ देखने को मिला। जानकारों का मानना है कि त्योहारों के दौरान ऐसा ट्रैफिक आम बात है, लेकिन इस बार लोगों की बढ़ी हुई भागीदारी ने समस्या को और अधिक जटिल बना दिया है।
प्रशासन की ओर से लोगों को सलाह दी गई है कि वे सफर के लिए अतिरिक्त समय निकालें और यदि संभव हो तो सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें। हालांकि, जाम की परेशानी के बावजूद बाजारों में दिख रही चहल-पहल और खरीदारों की भारी मौजूदगी से यह साफ है कि त्योहार को लेकर लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ है।