दिल्ली पुलिस ने वसंत कुंज नॉर्थ में छात्राओं से छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के मामले में चैतन्यानंद सरस्वती और चार अन्य आरोपियों के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है. यह मामला उस शिक्षण संस्थान से जुड़ा है जिसे एक ट्रस्ट संचालित करता था. चैतन्यानंद को 27 सितंबर को आगरा से गिरफ्तार किया गया था और इस समय वे तिहाड़ जेल में बंद हैं. मामले की अगली सुनवाई गुरुवार को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अनिमेष कुमार की अदालत में होगी.
पुलिस की जांच के मुताबिक चैतन्यानंद पर अपने पद का दुरुपयोग करने और छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार करने के आरोप हैं. 17 छात्राओं ने बताया कि वे ज्यादातर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से हैं और उन्होंने चैतन्यानंद पर गाली-गलौज,अश्लील संदेश भेजने ,जबरन छूने और नौकरी या विदेश भेजने का लालच देकर दबाव बनाने के गंभीर आरोप लगाए हैं. कुछ छात्राओं का कहना है कि महिला हॉस्टल में गुप्त कैमरे लगाए गए थे ताकि उनकी निजी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके.
दिल्ली पुलिस को मिले डिजिटल सबूत
दिल्ली पुलिस को मामले में जांच के दौरान कई डिजिटल सबूत मिले हैं. चैतन्यानंद के मोबाइल फोन से एक व्हाट्सएप ग्रुप के चैट रिकॉर्ड मिले हैं जिसमें वे छात्राओं की तस्वीरों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने उनके कमरे से एक सेक्स टॉय और पांच पोर्न सीडी भी बरामद की है. दिल्ली पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 75(2), धारा 79, धारा 351(2) और धारा 232 के तहत मामला दर्ज किया है. इनमें झूठी गवाही देने के लिए धमकाने और यौन उत्पीड़न से जुड़े प्रावधान शामिल हैं.