पंजाब में बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए अब दिल्ली सरकार भी राहत कार्यों में हाथ बढ़ा रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शनिवार को घोषणा की कि दिल्ली सरकार पंजाब के मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपये की मदद देगी। उन्होंने कहा कि पंजाब की पीड़ा को दिल्लीवासी भी महसूस कर रहे हैं और संकट की इस घड़ी में वे पूरी एकजुटता के साथ प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं। सीएम ने प्रार्थना की कि प्रभावित लोग जल्द सामान्य जीवन में लौटें और राज्य में शांति बहाल हो।
गौरतलब है कि इससे पहले हरियाणा सरकार भी पंजाब बाढ़ पीड़ितों के लिए 5 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा कर चुकी है।
अब तक 46 लोगों की मौत
पंजाब में बाढ़ का कहर लगातार बढ़ रहा है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 46 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि पठानकोट से लापता हुए तीन व्यक्तियों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। मृतकों में अमृतसर से 7, बरनाला से 5, बठिंडा से 4, होशियारपुर से 7, गुरदासपुर से 2, लुधियाना से 4, पठानकोट से 6, मानसा से 3, रूपनगर और मोहाली से 2-2, जबकि फाजिल्का, फिरोजपुर, पटियाला और संगरूर से 1-1 व्यक्ति शामिल हैं।
फसलों को भारी नुकसान
नदियों का पानी लगातार खेतों में घुस रहा है और अब तक 1.74 लाख हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि पर खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा नुकसान फाजिल्का, कपूरथला, मानसा, फिरोजपुर, गुरदासपुर और तरनतारन जिलों में दर्ज किया गया है।
केंद्र से राहत पैकेज की उम्मीद
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार अपने स्तर पर हर संभव राहत पहुंचाने का प्रयास कर रही है। हालांकि, यदि केंद्र सरकार विशेष राहत पैकेज और लंबित राशि जारी कर दे, तो हालात को और तेजी से काबू में लाया जा सकता है।